डॉ. शुजात अली कादरी
पिछले कुछ सालों में जम्मू-कश्मीर में बहुत कुछ बदल गया है. कश्मीर के युवा अब हर क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं.केंद्र शासित राज्य जम्मू-कश्मीर के युवा अब सुनहरे भविष्य की ओर बढ़ रहे हैं.संघर्ष का दौर खत्म होने के बाद अब राज्य के युवा बेहतर भविष्य के अपने सपनों को साकार होते देख रहे हैं.
मिशन यूथ ने उन्हें आत्मनिर्भरता की राह दिखाई है.प्रदेश में युवाओं का उत्साह बढ़ा है.शिक्षा, कौशल विकास, कोचिंग, स्वैच्छिक सेवाएं, वित्तीय सहायता और तकनीकी प्रशिक्षण योजनाओं को पारदर्शी और प्रभावी बनाकर युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई मील के पत्थर तय किये गये हैं.

जन-केंद्रित प्रशासन अब युवाओं तक पहुंच रहा है.उन्हें आर्थिक सशक्तिकरण के रास्ते पर आगे ले जा रहा है.यहां राज्य में हजारों युवाओं ने केंद्र की वित्तीय सहायता से स्वरोजगार स्थापित किया है, वहीं महिला कारोबारियों को भी कारोबार स्थापित करने के लिए वित्तीय सहायता दी गई है.
इसमें अधिक कुशल सेवाएँ प्रदान करने के लिए टेक्नोलॉजी का प्रभावी उपयोग भी शामिल है.संविधान में अनुच्छेद 370को हटाए जाने के बाद सरकार द्वारा उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों और जीरो हिंसा ने जम्मू-कश्मीर में युवाओं की जिंदगी बदल दी है.
ऐसे ही घाटी के दो युवा रैपर्स का रैप वायरल हो रहा है. दर्द से भरे 1990 के दशक के इस रैप का शीर्षक 'बदलता कश्मीर' है.इस गीत के माध्यम से, उन्होंने घाटी में उन बदलावों को सफलतापूर्वक लोगों के सामने पेश किया है, जिन्होंने लोगों को सकारात्मक तरीके से प्रभावित किया है, जिसे वह अपने आसपास भी देख रहे हैं.

इन्हीं बदलावों को उजागर करने के लिए कश्मीर के दो रैपर्स ने एक गाना गाया है, जिसे सोशल मीडिया पर काफी पसंद किया जा रहा है. युवा रैप की शुरुआत "कोई निर्दोष नहीं मरता, कोई खून नहीं बहता" पंक्ति से शुरू होता है.यह रैप गाना तुरंत हिट हो गया और इसे अब तक 2मिलियन से ज्यादा लोग देख चुके हैं.
इसमें पर्यटन का मौसम, अमरनाथ यात्रा, श्रीनगर स्मार्ट सिटी और डिजिटल इन्किलाब का भी जिक्र है.रैपर्स ने गाया कि कैसे घाटी के लोगों को भारतीय होने पर गर्व है.गाने में लिखा है, 'तिरंगा मेरे दिल में है., ये मेरी पहचान है. हिंदुस्तान मेरा मुल्क है.'
जहां 21वर्षीय रसिक अहमद शेख उर्फ एमसीरा अपनी सफलता का श्रेय रैप को देते हैं, वहीं 14व र्षीय हुमैरा जान को रैप से परिचय ने कविता लिखने के लिए प्रेरित किया.शेख ने कहा कि उन्होंने संगीत के लिए कॉपीराइट मुक्त बीट्स का इस्तेमाल किया.

बदलता कश्मीर उनका पहला स्वतंत्र गीत है.उन्होंने कहा, "मैं इसे एक महिला कलाकार के साथ करना चाहता था.मैंने हुमैरा की मदद ली.गांदरबल की छात्रा हुमैरा ने तब रैप करना शुरू किया जब वह नौवीं कक्षा में थी.हुमैरा अपने परिवार से पूरा समर्थन पाकर खुद को भाग्यशाली महसूस करती हैं.वह भविष्य में संगीत के क्षेत्र में अपना नाम कमाना चाहती हैं.
कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है.धीरे-धीरे लोग इस धारा से जुड़ रहे हैं.निश्चित रूप से वहां के युवा जीवन के हर पहलू और धारा में नए मौके तलाश रहे हैं.