अभिनेता जूनियर महमूद का लंबी बीमारी के बाद निधन

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 08-12-2023
Actor Junior Mehmood passes away after prolonged illness
Actor Junior Mehmood passes away after prolonged illness

 

आवाज द वाॅयस/मुंबई
 
अनुभवी अभिनेता जूनियर महमूद, जो स्टेज चार के कैंसर से जूझ रहे थे, का शुक्रवार को मुंबई में निधन हो गया. वह 67 वर्ष के थे. अभिनेता ने शुक्रवार तड़के अंतिम सांस ली।जूनियर महमूद के पारिवारिक मित्र ने इस खबर की पुष्टि की. कहा, रात 2 बजे मुंबई में उनका निधन हो गया. वह पेट के कैंसर से पीड़ित थे. पिछले कुछ दिनों से उनकी तबीयत ठीक नहीं थी. उनका अंतिम संस्कार सांताक्रूज कब्रिस्तान में किया जाएगा. आज दोपहर की नमाज के बाद नमाज जनाजा पढ़ाई जाएगी.
 
अनुभवी अभिनेता जूनियर महमूद, जो कटी पतंग और आन मिलो सजना जैसी फिल्मों में अपनी भूमिकाओं के लिए जाने जाते हैं, वर्तमान में स्टेज चार के कैंसर से जूझ रहे हैं.जूनियर महमूद के करीबी दोस्त सलाम काजी ने पहले बताया, वह 2 महीने से बीमार थे.
 
शुरू में हमने सोचा था कि उन्हें कोई छोटी-मोटी समस्या होगी लेकिन उसके बाद अचानक उनका वजन कम होने लगा. जब मेडिकल रिपोर्ट आई तो बताया गया कि उन्हें कैंसर है. लीवर और फेफड़े और आंत में ट्यूमर है और उन्हें पीलिया भी हो गया है. इसलिए इलाज चल रहा है, लेकिन डॉक्टरों ने कहा कि यह स्टेज चार का कैंसर है.
 
हाल ही में, नदिया के पार और बालिका बधू जैसी फिल्मों में अपनी भूमिका के लिए जाने जाने वाले अभिनेता सचिन पिलगांवकर ने अपने प्रशंसकों से अनुभवी अभिनेता जूनियर महमूद के स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना करने का आग्रह किया था.सचिन ने मंगलवार को इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें लिखा था, मैं आप सभी से मेरे बचपन के दोस्त जूनियर महमूद के लिए प्रार्थना करने का अनुरोध करता हूं, जो एक घातक बीमारी से पीड़ित हैं.
 
मैंने कुछ दिन पहले उनके साथ एक वीडियो बातचीत की थी. उन्हें देखने गया था. लेकिन वह सो रहे थे. उनकी दवा चल रही थी. मैं उनके स्वास्थ्य को लेकर उनके बेटे और जॉनी लीवर के संपर्क में हूं. भगवान उन्हें आशीर्वाद दें.अभिनेता जॉनी लीवर ने भी जूनियर महमूद से उनके मुंबई स्थित आवास पर मुलाकात की थी.
 
जूनियर महमूद के नाम से मशहूर अभिनेता नईम सैय्यद ने विभिन्न भाषाओं में 200 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया है.उन्हें ब्रह्मचारी (1968), मेरा नाम जोकर (1970), परवरिश (1977) और दो और दो पांच (1980) जैसी फिल्मों के लिए जाना जाता है.