हैदराबाद:
मौलाना आज़ाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (MANUU) ने तुर्की के यूनुस एमरे संस्थान के साथ किए गए शैक्षणिक समझौता ज्ञापन (MoU) को तत्काल प्रभाव से रद्द करने की घोषणा की है। यह निर्णय भारत-पाक तनाव की पृष्ठभूमि में, पाकिस्तान की आतंकवादी गतिविधियों को तुर्की द्वारा दिए जा रहे समर्थन के विरोधस्वरूप लिया गया है।
बता दें कि 2 जनवरी 2024 को MANUU और यूनुस एमरे संस्थान के बीच पांच वर्षों के लिए एक शैक्षणिक समझौता हुआ था। इस MoU के तहत विश्वविद्यालय के भाषा, भाषाविज्ञान और इंडोलॉजी स्कूल में तुर्की भाषा में डिप्लोमा पाठ्यक्रम की शुरुआत की गई थी। इसके लिए तुर्की से एक विजिटिंग प्रोफेसर को भी आमंत्रित किया गया था।
हालांकि अब यह भी स्पष्ट किया गया है कि विजिटिंग प्रोफेसर पहले ही भारत छोड़कर तुर्की लौट चुके हैं।
MANUU के इस निर्णय को भारत की सुरक्षा चिंताओं और रणनीतिक प्राथमिकताओं के अनुरूप एक ठोस कदम के रूप में देखा जा रहा है।