भोजन से लेकर शिक्षा तक, जरूरतमंद बच्चों का सहारा हैं सैयद जहांगीर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 04-07-2022
भोजन से लेकर शिक्षा तक, जरूरतमंद बच्चों का सहारा हैं सैयद जहांगीर
भोजन से लेकर शिक्षा तक, जरूरतमंद बच्चों का सहारा हैं सैयद जहांगीर

 

वॉयस द वॉयस / नई दिल्ली

जहां देश में साक्षरता दर बढ़ाने के लिए सरकारी स्तर पर हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, वहीं एक व्यक्ति ऐसा भी है जो अपने प्रयास से इस पहल को आगे बढ़ा रहा है.इस शख्स का नाम है सैयद जहांगीर.हालांकि, यह कड़वी सच्चाई है कि निजी संस्थानों ने शिक्षा को व्यवसाय तक सीमित रखा है.

प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता का कोई ख्याल नहीं रखा जाता. हर जगह शिक्षा पैसे पर निर्भर है. ऐसे में, आर्थिक रूप से कमजोर बच्चे अच्छी शिक्षा से वंचित हैं.

हालांकि समाज में कुछ ऐसे लोगों की भी कमी नहीं जो आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों के लिए वरदान बने हुए हैं. इनमें प्रो डॉ सैयद जहांगीर भी एक हैं. वह तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद में रहते हैं.प्रो. डॉ. सैयद जहांगीर अंग्रेजी और विदेशी भाषा विश्वविद्यालय (हैदराबाद) में अरब अध्ययन विभाग के प्रमुख हैं. वो विवि के उन बच्चों की हर संभव मदद करने की कोशिश करते हैं जो आर्थिक रूप से पिछड़े हैं.

डॉ. सैयद जहांगीर ऐसे बच्चों को न केवल अच्छी शिक्षा देते हैं. उनके रहने सहित सभी तरह की व्यवस्था और भोजन आदि का भी प्रबंध करते हैं.वह इन गरीब बच्चों को अंग्रेजी, भाषा, सामाजिक और राजनीति षास्त्र आदि पढ़ाते हैं.

व्ह कहते हैं,सर्वश्रेष्ठ शिक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ शिक्षक की आवश्यकता होती है, महान विद्यालय की नही. मेरा मानना है कि कमजोर वर्ग के बच्चों को अधिक गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की आवश्यकता है.अगर हम चाहते हैं कि हमारे बच्चे अच्छी शिक्षा प्राप्त करें, तो उन्हें अच्छे स्कूलों के बजाय अच्छे शिक्षक प्रदान किए जाने चाहिए.

डॉ सैयद जहांगीर ने विश्वविद्यालय की स्थापना की है जहां बच्चे अंग्रेजी, संस्कृत, अरबी, उर्दू, फारसी जैसी कई भाषाएं सीखते हैं. यहां छात्रों को आधुनिक तरीके से पढ़ाया जाता है. वो कहते हैं विश्वविद्यालय की नौकरी से फारिग होने के बाद शाम इन बच्चों को पढ़ाने में लगाता हूं. साथ ही, मैंने इन बच्चों के लिए भोजन और आश्रय की भी व्यवस्था कर रखी है.

उनके छात्र कई बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए अनुवादक के रूप में काम करते हैं. इस विश्वविद्यालय में पढ़ने वाले बिहार के एक छात्र सादिक ने कहा कि डॉ सैयद जहांगीर ने हमारे लिए सभी व्यवस्थाएं की हैं. हम सभी यहां पढ़कर बहुत खुश हैं.

एक अन्य छात्र, अब्दुल अलीम, जो वर्तमान में स्वयं एक शिक्षक हैं, कहते हैं, मैंने आठ साल पहले यहां अध्ययन किया था. अब मैं यहां एक विज्ञान शिक्षक के रूप में काम करता हूं. आज, शिक्षा की लागत इतनी बढ़ गई है कि यह कई छात्रों के लिए प्राप्त करना लगभग असंभव है. इसलिए यहां के छात्रों को गुणवत्तापूर्ण और मुफ्त शिक्षा दी जाती है.