आखिरकार हैदराबाद विश्वविद्यालय और मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय को ‘फुल-टाइम’ कुलपति मिल ही गए
आवाज द वाॅयस हैदराबाद
केंद्र सरकार ने आखिरकार हैदराबाद विश्वविद्यालय (यूओएच) और मौलाना आजाद राष्ट्रीय उर्दू विश्वविद्यालय (एमएएनयूयू) के लिए पूर्णकालिक कुलपति नियुक्त कर दिए़. भारतीय विज्ञान, शिक्षा और अनुसंधान संस्थान के बसुथकर जे. राव को यूओएच का कुलपति नियुक्त किया गया है, जबकि प्रो. सैयद ऐनुल हसन अब एमएएनयूयू के लिए कुलपति होंगे.
बसुथकर जे. राव आंध्र प्रदेश के तिरुपति में आईआईएसईआर में वरिष्ठ प्रोफेसर डीन संकाय हैं. इससे पहले, वह टीआईएफआर, मुंबई में जैविक विज्ञान विभाग में वरिष्ठ प्रोफेसर थे. दरअसल, उन्होंने हैदराबाद के निजाम कॉलेज से बीएससी और उस्मानिया यूनिवर्सिटी से एमएससी की पढ़ाई की. इसके बाद उन्होंने जैव रसायन के क्षेत्र में भारतीय विज्ञान संस्थान, बैंगलोर से पीएचडी प्राप्त की.
दूसरी ओर प्रो. ऐनुल हसन एक प्रसिद्ध फारसी विद्वान हैं. दोनों वरिष्ठ शिक्षाविदों को पांच साल के कार्यकाल के लिए नियुक्त किया गया है. प्रो ऐनुल हसन फारसी और मध्य एशियाई अध्ययन, जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय, नई दिल्ली के प्रोफेसर हैं. इससे पहले, उन्होंने डीन, स्कूल ऑफ लैंग्वेज, लिटरेचर एंड कल्चर स्टडीज, जेएनयू के रूप में भी काम किया.
वह ऑल इंडिया फारसी स्कॉलर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष भी थे. उन्हें 34 से अधिक वर्षों का शिक्षण अनुभव है. उन्होंने 87 शोध विद्वानों का निर्माण किया है, शुक्रवार को एमएएनयूयूसे एक प्रेस नोट में कहा गया है. फुलब्राइट के तहत रटगर्स स्टेट यूनिवर्सिटी, न्यू जर्सी, यूएसए के विजिटिंग प्रोफेसर, प्रो. हसन ने 13 किताबें भी लिखीं. वह भारत-ईरान, भारत-अरब संबंधों और तुलनात्मक साहित्य के क्षेत्र में विशेषज्ञ हैं.
प्रो एस एम रहमतुल्लाह, प्रभारी कुलपति एवं प्रो. सिद्दीकी रजिस्ट्रार नियुक्त किए गए हैं. महमूद ने प्रो. हसन को उनकी नियुक्ति पर और आशा व्यक्त की कि उनके नेतृत्व में एमएएनयूूयू उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों को प्राप्त करेगा.