आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
संकट में फंसी शिक्षा प्रौद्योगिकी कंपनी बायजू के संस्थापक बायजू रवींद्रन और दिव्या गोकुलनाथ साख और कारोबार को हुए नुकसान के लिए ग्लास ट्रस्ट और अन्य के खिलाफ 2.5 अरब डॉलर से अधिक का मुकदमा दायर करने की तैयारी कर रहे हैं. उनके वकील ने बृहस्पतिवार को एक बयान में यह जानकारी दी.
बयान के अनुसार, रवींद्रन भारत के साथ-साथ विदेशों में भी ग्लास ट्रस्ट और अन्य पर मुकदमा करने की तैयारी कर रहे हैं.
अंतरराष्ट्रीय विवाद समाधान के लिए चर्चित लाजरेफ ले बार्स यूर्ल के वरिष्ठ विधि सलाहकार जे माइकल मैकनट ने एक बयान में कहा, ‘‘बायजू के संस्थापक उन सभी पक्षों के खिलाफ कार्रवाई करने के सभी अधिकार सुरक्षित रखते हैं जिन्होंने उन्हें व्यक्तिगत रूप से और उनके कारोबार को नुकसान पहुंचाया है...हमारे विचार में, अल्फा, ग्लास ट्रस्ट और उसके वकील का अदालतों के समक्ष किया गया आचरण निंदनीय और अनुचित रहा है.
हम बायजू के संस्थापकों को न्याय दिलाने के लिए सभी कानूनी साधनों का उपयोग करने का अधिकार सुरक्षित रखते हैं.’’ वकील ने कहा कि थिंक एंड लर्न की पूर्व अनुषंगी कंपनी ग्लास ट्रस्ट के खिलाफ भारत में पहले ही दावे किये जा चुके हैं.
मैकनट ने कहा, ‘‘अन्य अदालतों में उन पक्षों के खिलाफ अतिरिक्त दावे तैयार किए जा रहे हैं. बायजू के सभी या कुछ संस्थापकों द्वारा दायर किए जाने वाले ऐसे दावों में कम से कम 2.5 अरब डॉलर की आर्थिक क्षतिपूर्ति की मांग की जा सकती है.’’ वर्तमान में, बायजू की मूल कंपनी थिंक एंड लर्न अमेरिका के कर्जदाता एजेंट ग्लास ट्रस्ट की एक अपील के बाद शुरू दिवाला कार्यवाही का सामना कर रही है.