अलीगढ़
डॉ. नूरा अब्दुल कादिर, असिस्टेंट प्रोफेसर, विभाग शिक्षा, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय ने "AI-आधारित रियल-टाइम स्पीच रेगुलेटर फॉर करेक्टिंग सिंटैटिक एंड कॉमन लैंग्वेज एरर्स फॉर प्रिसिजन-ओरिएंटेड लर्निंग" नामक एक नवोन्मेष के लिए पेटेंट प्राप्त किया है। यह पेटेंट भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय के कंट्रोलर जनरल ऑफ पेटेंट्स कार्यालय द्वारा प्रकाशित किया गया है।
इस पेटेंट में डॉ. समीर बाबू एम, श्री मोहम्मद शाहबाज खान, और डॉ. शरथ चंद्रन आर (जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली), डॉ. अनु जी. एस (नागालैंड सेंट्रल यूनिवर्सिटी), डॉ. अशरफ मूस्तफा (यूएई यूनिवर्सिटी), और डॉ. सिमी एम (केरल यूनिवर्सिटी) ने भी सह-प्रकाशन किया है।
यह AI आधारित रियल-टाइम स्पीच रेगुलेटर भाषा सीखने और शिक्षाशास्त्र के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण प्रगति है। यह उपकरण सिंटैटिक और सामान्य भाषा की गलतियों पर तुरंत, अनुकूल प्रतिक्रिया प्रदान करता है, जिससे सीखने वाले अपनी बोली में सटीकता के साथ सुधार कर सकते हैं। यह टूल उपयोगकर्ताओं को सही भाषा संरचनाओं को बोलते समय आत्मसात करने में मदद करता है, जो पारंपरिक शिक्षा को AI-संचालित सीखने के मॉडल के साथ जोड़ता है।
यह नवाचार भाषण सुधार को एक इंटरैक्टिव और व्यक्तिगत अनुभव में बदलता है, जिससे प्रवाह, आत्मविश्वास और स्व-निर्देशित सुधार को बढ़ावा मिलता है। इस डिजिटल युग में भाषा शिक्षा के परिदृश्य को यह नई दिशा देता है। टीम वर्तमान में अकादमिक और उद्योगिक साझेदारों के साथ इस प्लेटफॉर्म के व्यवसायीकरण के लिए सहयोग तलाश रही है।