अलीगढ़
अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के वन्यजीव विज्ञान विभाग ने श्रीनगर में आयोजित द्वितीय अंतरराष्ट्रीय हंगल एवं संकटग्रस्त खुरदार प्रजातियों पर सम्मेलन (2IHUC-25) में अपनी शानदार उपलब्धियों से विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया।
प्रोफेसर ओरुस इलियास के नेतृत्व में विभाग के चार शोधार्थियों — शाहज़ादा इक़बाल, मोहसिन जावेद (पीएमआरएफ फेलो), ऐमोन हफ़ीज़ और याशी सिंह (दोनों एएनआरएफ-एसईआरबी वित्तपोषित तहर इकोलॉजी प्रोजेक्ट से संबद्ध) — ने सम्मेलन में अपने शोध प्रस्तुत किए।
इस अवसर पर एएमयू के लिए गौरव का क्षण तब बना जब मोहसिन जावेद ने ओरल प्रेज़ेंटेशन श्रेणी में प्रथम पुरस्कार जीता, जबकि पोस्टर प्रेज़ेंटेशन में याशी सिंह को स्वर्ण और ऐमोन हफ़ीज़ को रजत पदक से सम्मानित किया गया।
सम्मेलन में प्रोफेसर ओरुस इलियास ने “हिमालयन तहर की पारिस्थितिकी और संरक्षण” विषय पर आमंत्रित व्याख्यान प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने हिमालय में दो दशकों से अधिक के अपने फील्ड रिसर्च और वर्तमान एएनआरएफ-एसईआरबी परियोजना के अनुभव साझा किए। इसके अतिरिक्त उन्होंने सम्मेलन की दो महत्वपूर्ण तकनीकी सत्रों की अध्यक्षता भी की।
यह सम्मेलन दुनिया भर से आए विशेषज्ञों का संगम रहा, जिसमें हंगल, मार्कहोर और अन्य हिमालयी खुरदार प्रजातियों के संरक्षण पर गहन चर्चा हुई। एएमयू के प्रतिनिधिमंडल ने न केवल शैक्षणिक उपलब्धियां हासिल कीं बल्कि विश्वविद्यालय की छवि को वन्यजीव अनुसंधान और संरक्षण के क्षेत्र में अग्रणी केंद्र के रूप में और भी सशक्त किया।