फरहान इसराइली/जयपुर
राजस्थान के गुलाबी शहर जयपुर में साहित्य के महाकुंभ 17 वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का आयोजन 1 फरवरी से 5 फरवरी तक जेएलएन मार्ग पर स्थित होटल क्लार्क्स आमेर में शुरू होगा.राजधानी में आयोजित होने वाले लिटरेचर फेस्टिवल में देश और दुनिया के कई ख्यातनाम साहित्यकार, लेखक, समीक्षक शिरकत करेंगे.
पांचदिन तक होटल क्लार्क्स आमेर में होने वाले इस फेस्टिवल में देश-विदेश की बड़ी हस्तियां शामिल होगी.यह फेस्टिवल हमेशा से चर्चा में रहता है.आज हम आपको इस बार होने वाले खास कार्यक्रमों को लेकर जानकारी दे रहे हैं.'पांच दिवसीय फेस्टिवल के 17 वें संस्करण में विभिन्न देशों से आने वाले 250से अधिक वक्ता शामिल होंगे.
अपने पिछले 16संस्करणों की तरह जेएलएफ में भाषाओं का एक व्यापक स्पेक्ट्रम होगा.सत्रों की मेजबानी की जाएगी जो असमिया हिंदी,कन्नड़, कश्मीरी,मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, उर्दू और सात अंतरराष्ट्रीय भाषाओं में साहित्यिक कार्यों पर प्रकाश डालेंगे.
प्रसिद्ध लेखिका और जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल की को-डायरेक्टर नमिता गोखले ने बताया कि अपने 17 वें साल में हम अपनी बहुभाषी साहित्यिक विरासत के प्रति दृढ़ हैं.हमारे साथ 25देशों के लेखक जुड़ेंगे.
हम सोलह भारतीय भाषाओं का प्रतिनिधित्व करेंगे.विषयों के ऐसे संसार को गढ़ना होता है, जहां साहित्य से लेकर सुर तक, अर्थशास्त्र से लेकर अपराध साहित्य तक, गल्प से लेकर तथ्य तक सारे विषय कवर हो जाएं.
जेएलएफ( JLF) के आयोजक संजॉय के रॉय ने बताया कि हर साल कुछ नई थीम जोड़े जाते हैं.कुछ थीम ऐसे हैं जिन पर हमेशा से चर्चा होती आई है.क्लाइमेट चेंज, ट्रैवल, हिस्ट्री फिक्शन उन्हीं में से है.
इसके अलावा इस बार जस्टिस, कॉन्स्टिट्यूशन, स्पिरिचुअलिटी योग डिसेबिलिटी एनिमल और मेंटल हेल्थ जैसे सब्जेक्ट्स पर सेशन होंगे.खास बात ये है कि इस बार कई बुकर प्राइज विजेता जेएलएफ में शामिल होंगे.
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल साहित्य के साथ ही संस्कृति, संगीत और विरासत के दरवाजे भी खोलता है, जहां फेस्टिवल के समानांतर ही जयपुर म्यूजिक स्टेज का आयोजन किया जाता है.
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन
फेस्टिवल के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन ज़रूरी है. श्रोता फेस्टिवल की वेबसाइट से रजिस्टर कर सकते हैं.फेस्टिवल का प्रवेश शुल्क 200रुपये प्रतिदिन है.फेस्टिवल के एक्सक्लूसिव अनुभव के लिए श्रोता फ्रेंड्स ऑफ़ फेस्टिवल (डेलीगेट) पैकेज खरीद सकते हैं, जिसके तहत आप फेस्टिवल के वक्ताओं के साथ फेस्टिवल लाउन्ज शेयर कर सकते हैं .जयपुर म्यूजिक स्टेज और हैरिटेज इवनिंग का भी लुत्फ़ ले सकते हैं.
वालंटियर प्रोग्राम
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल वालंटियर प्रोग्राम युवाओं में खासा लोकप्रिय है.इसके तहत युवाओं को फेस्टिवल से जुड़ने और उसके लिए काम करने का मौका मिलता है.ये वालंटियर ही इस फेस्टिवल का आधार हैं.समर्पित 250 वालंटियर की ये 'आर्मी' इस फेस्टिवल को मुमकिन बनाती है,
ये कलाकार करेंगे परफॉर्म
जयपुर म्यूजिक स्टेज के 5दिवसीय आयोजन की शुरुआत गीतकार अलीफ (मोहम्मद मुनीम) से होगी.मंच पर उनके साथ ‘द तापी प्रोजेक्ट’ बैंड भी शामिल है.2फरवरी को दिल्ली के कलाकार प्रभ दीप परफॉर्म करेंगे.3फरवरी को गायक-गीतकार सलमान इलाही और हरप्रीत की प्रस्तुति होगी.
जयपुर बुक मार्क
जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल राइटर्स और पब्लिशिंग हाउस के लिए बड़ा इवेंट माना जाता है.पांच दिन जयपुर बुक मार्क भी आयोजित होता है.नए आइडिया पर चर्चा करते हैं.इस सेशन में सिर्फ जयपुर बुक मार्क का रजिस्ट्रेशन करवाने वाले लोग ही हिस्सा लेते हैं.
JLF में एंट्री का समय
इसके लिए सुबह 9.30से इसकी शुरूआत होगी.शाम 6बजे तक सभी सेशन होंगे.शाम को 7बजे से जयपुर म्यूजिक स्टेज के इवेंट शुरू हो जाएंगे.
विवादों से पुराना नाता
पिछले साल हुए जेएलएफ़ में मुगल टेंट के नाम को लेकर काफी राजनीति हुई.मेवाड़ के राज घराने ने मुगल टेंट नाम को लेकर विवाद को जन्म दिया था.इस पर कांग्रेस सरकारने भी बयानबाजी करके मसले को और गर्म कर दिया.
इसके अलावा जेएलएफ़ में विवादित ईरानी लेखक सलमान रश्दी को भी एक बार बुलाया गया था.जिसका भरपूर विरोध प्रदर्शन किया गया था.सलमान रश्दी ने अपने नोवेल में पैगंबर साहब के बारे में कुछ विवादित टिप्पणी लिखी थी.इसके अलावा भी जेएलएफ़ कई तरह के विवादों से हमेशा घिरता रहा है.
फेस्टिवल में ही एक नंद घर नाम से नया वेन्यू बनाया जा रहा है, जिसमें बच्चों के लिए वर्कशॉप रखेंगे.जहां स्टैंड अप कॉमेडी, डांस, लिटरेचर, राइटिंग की कार्यशाला होंगी. पिछली बार मुगल टेंट पर बीजेपी राजनेताओं की ओर से उठाए गए सवालों के बावजूद इस बार भी मुगल टेंट बरकरार रहने पर संजॉय ने कहा कि ये सिर्फ एक आर्किटेक्चरल फॉर्म है.
जब भी मुगल कहीं जाते थे तो वो अधिकतर टेंट में ही रहते थे.उस फॉर्म के आधार पर मुगल टेंट बनाया गया.
जयपुर की शान है जेएलएफ़
इन सब विवादों के बावजूद जेएलएफ़ साहित्य प्रेमियों के लिए कुंभ के मेले से कम नहीं है.यहां पर उर्दू हिंदी इंग्लिश और कितनी ही जबानों के लेखक और साहित्यप्रेमी जमा होते हैं.साहित्य उत्सव अगले 5 दिन तक जयपुर की गुलबी फिजा को अदब और तहजीब की चाशनी में डुबोयो रखेगा.इस बार के जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल में म्यूजिक स्टेज कुमार गंधर्व को समर्पित किया जाएगा.
लेखकों से गुलजार होगी गुलाबी नगरी
नेशनल जिओग्राफिक के यूरोप और पश्चिमी एशिया में रीजनल मैनेजर लेखिका आरती प्रसाद, भूतपूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा, ब्लॉकबस्टर बाहुबली त्रयी के लेखक आनंद नीलकंठन, पत्रकार और टेलीविज़न प्रेजेंटर अंजन सुंदरम, नॉन-फिक्शन हिस्ट्री की चौदह किताबों के लेखक बेन मकिन्त्रे, उपन्यासकार और क्रिएटिव डायरेक्टर बोनी गार्मुस, साहित्य के लिए जेन मिचल्सकी पुरस्कार से सम्मानित लेखक गोर्गी गोस्पोदिनोव, पश्चिम बंगाल के भूतपूर्व गवर्नर और महात्मा गांधी के परपोते गोपाल कृष्ण गांधी, पुलित्ज़र प्राइज से सम्मानित हेर्नन डिआज़, लेखक जोनाथन फ्रीडलैंड, लेखिका कैथरीन रुंडेल, इंटिमेसिज की पुरस्कृत लेखिका कैटी कितामुरा, ब्रिटिश उपन्यासकार निकोलस शेक्सपियर, कोर्ट ऑन ट्रायल की लेखिका सीतल कलंत्री, द लाफ्टर और फोरेन की लेखिका सोनोरा झा शामिल होंगी.