मार्च में थोक मूल्य सूचकांक मुद्रास्फीति बढ़कर 0.53 प्रतिशत

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 15-04-2024
Wholesale price index inflation increase
Wholesale price index inflation increase

 

नई दिल्ली. वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा सोमवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, थोक मूल्य सूचकांक (डब्ल्यूपीआई) पर आधारित देश की मुद्रास्फीति मार्च में बढ़कर 0.53 प्रतिशत हो गई.

मंत्रालय ने कहा कि मार्च में मुद्रास्फीति बढ़ने का मुख्य कारण खाद्य वस्तुओं, बिजली, कच्चे पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस, मशीनरी और उपकरण और अन्य विनिर्माण वस्तुओं की कीमतों में वृद्धि है.

फरवरी में थोक महंगाई दर इस साल जनवरी के 0.33 फीसद से घटकर 0.2 फीसद पर आ गई है. खाद्य मुद्रास्फीति मार्च में 4.65 प्रतिशत रही, जबकि फरवरी में यह 4.09 प्रतिशत थी. मुख्य मुद्रास्फीति दर, जिसमें ईंधन और खाद्य पदार्थ शामिल नहीं हैं, फरवरी के -1.3 प्रतिशत की तुलना में मार्च में -1.2 प्रतिशत थी.

पिछले सप्ताह जारी आंकड़ों से पता चला है कि भारत की उपभोक्ता मूल्य मुद्रास्फीति मार्च में पांच महीने के निचले स्तर 4.85 प्रतिशत पर आ गई. इससे घरेलू बजट में राहत मिली. 

 

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