आवास द वॉयस/नई दिल्ली
सूचना प्रौद्योगिकी शेयरों में गिरावट और अमेरिकी अपीलीय अदालत के जवाबी शुल्कों को अस्थायी रूप से बहाल किए जाने से एशियाई बाजारों में आई सुस्ती के बीच शुक्रवार को स्थानीय शेयर बाजार गिरावट के साथ बंद हुए.
विश्लेषकों ने कहा कि घरेलू अर्थव्यवस्था के जीडीपी आंकड़े आने से पहले निवेशकों के सतर्क रुख अपनाने से भी बाजार एक दायरे में बना रहा. बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 182.01 अंक यानी 0.22 प्रतिशत की गिरावट के साथ 81,451.01 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 346.57 अंक गिरकर 81,286.45 अंक पर आ गया था.
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का मानक सूचकांक निफ्टी भी 82.90 अंक यानी 0.33 प्रतिशत गिरकर 24,750.70 अंक पर बंद हुआ. सेंसेक्स के समूह में शामिल कंपनियों में से टेक महिंद्रा, एचसीएल टेक, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, इन्फोसिस, नेस्ले, सन फार्मा और टाटा स्टील के शेयरों में सबसे ज्यादा गिरावट रही. दूसरी तरफ, इटर्नल (पूर्व में जोमैटो), भारतीय स्टेट बैंक, एचडीएफसी बैंक, लार्सन एंड टुब्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज और बजाज फिनसर्व के शेयरों में तेजी रही. एशिया के अन्य बाजारों में दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, जापान का निक्की 225 इंडेक्स, चीन का शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंग सेंग नकारात्मक दायरे में बंद हुए. यूरोप के बाजार बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे। बृहस्पतिवार को अमेरिकी बाजार बढ़त के साथ बंद हुए.
जियोजित इन्वेस्टमेंट लिमिटेड के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, "बाजार में सीमित दायरे में उतार-चढ़ाव जारी रहा.अमेरिकी अपीलीय अदालत द्वारा ट्रंप प्रशासन की तरफ से लगाए गए जवाबी सीमा शुल्क को अस्थायी रूप से बहाल किए जाने से अनिश्चितता फैली और निवेशकों को दूर रहने के लिए प्रभावित किया. शेयर बाजार के आंकड़ों के मुताबिक, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने बृहस्पतिवार को 884.03 करोड़ रुपये मूल्य के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की जबकि घरेलू संस्थागत निवेशकों (डीआईआई) ने 4,286.50 करोड़ रुपये के इक्विटी खरीदे. वैश्विक तेल मानक ब्रेंट क्रूड 0.44 प्रतिशत बढ़कर 64.43 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया. बीएसई सेंसेक्स बृहस्पतिवार को 320.70 अंक चढ़कर 81,633.02 अंक और एनएसई निफ्टी 81.15 अंक बढ़कर 24,833.60 अंक पर बंद हुआ था.