आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
शुक्रवार को अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में डॉलर के मज़बूत होने और अमेरिका के आर्थिक आंकड़ों के दमदार प्रदर्शन के चलते सोने की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई. भारतीय बाजारों में भी इसका सीधा असर देखने को मिला, जहां 22 और 24 कैरेट सोने के दाम में हल्की कमी देखी गई। इसके साथ ही चांदी के दामों में भी मामूली गिरावट हुई.
मुंबई और अन्य प्रमुख शहरों में क्या है सोने के ताज़ा भाव?
मुंबई में शुक्रवार को 22 कैरेट सोना ₹91,140 प्रति 10 ग्राम और 24 कैरेट सोना ₹99,490 प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच गया. वहीं, हैदराबाद, चेन्नई, बेंगलुरु और कोलकाता जैसे शहरों में 22 कैरेट सोना ₹91,060 और 24 कैरेट ₹99,340 प्रति 10 ग्राम के दाम पर कारोबार करता रहा. जयपुर में भी 24 कैरेट सोना ₹99,490 तक जा पहुंचा है, जबकि पटना और अहमदाबाद में यह ₹99,390 प्रति 10 ग्राम रहा.
चांदी में भी हल्का दबाव
सोने की ही तरह चांदी के दामों में भी गिरावट देखने को मिली। शुक्रवार को चांदी की कीमत ₹100 की गिरावट के साथ ₹1,13,900 प्रति किलोग्राम रही, हालांकि एमसीएक्स पर इसका फ्यूचर ट्रेड थोड़ा तेज़ी के साथ कारोबार करता रहा.
एमसीएक्स पर 5 अगस्त 2025 को समाप्त होने वाला सोना वायदा ₹97,470 प्रति 10 ग्राम पर 0.02% की गिरावट के साथ ट्रेड हुआ। वहीं, 5 सितंबर 2025 की चांदी वायदा 0.18% बढ़त के साथ ₹1,12,683 प्रति किलोग्राम रही.
अमेरिका से जुड़े आर्थिक आंकड़ों का प्रभाव
अमेरिका में जून महीने के रिटेल सेल्स में 0.6% की तेज़ी आई है, जबकि विश्लेषकों ने केवल 0.1% की बढ़ोतरी का अनुमान लगाया था. इसके साथ ही बेरोज़गारी से जुड़े आंकड़ों में भी आश्चर्यजनक गिरावट आई है – जहां 2,35,000 क्लेम्स की उम्मीद थी, वहां केवल 2,21,000 दावे ही दर्ज किए गए.
इन मजबूत आंकड़ों ने अमेरिकी डॉलर को सहारा दिया, जिससे गोल्ड जैसी सेफ हैवेन एसेट्स की मांग में हल्की गिरावट देखने को मिली.
निवेशकों के लिए क्या है संकेत?
सोने की कीमतों में आई यह गिरावट अल्पकालिक हो सकती है। विशेषज्ञों का मानना है कि महंगाई, वैश्विक तनाव और ब्याज दरों से जुड़ी अनिश्चितताओं के चलते दीर्घकालिक निवेश के लिए सोना अभी भी एक मजबूत विकल्प बना रहेगा.
हालांकि, डॉलर में तेज़ी और अमेरिका की आर्थिक स्थिति में स्थिरता जैसे संकेत फिलहाल सोने की तेज़ी को सीमित कर सकते हैं. अभी सोने की कीमतें भले ही थोड़ी कमज़ोर हुई हैं, लेकिन यह निवेशकों के लिए ‘बाय ऑन डिप’ का अवसर हो सकता है. शादी-विवाह और त्योहारी सीज़न नज़दीक हैं, ऐसे में आने वाले हफ्तों में कीमतों में फिर उछाल आने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता. निवेश करने से पहले स्थानीय बाजार या ज्वेलर्स से ताज़ा दर ज़रूर जांचें.