एफपीआई ने अक्टूबर में अबतक भारतीय शेयर बाजार में 6,480 करोड़ रुपये डाले

Story by  PTI | Published by  [email protected] | Date 19-10-2025
FPIs have pumped in Rs 6,480 crore into Indian equities so far in October.
FPIs have pumped in Rs 6,480 crore into Indian equities so far in October.

 

आवाज द वॉयस/नई दिल्ली 

 
पिछले तीन माह तक लगातार निकासी के बाद विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) अक्टूबर में अबतक भारतीय शेयर बाजार में शुद्ध रूप से 6,480 करोड़ रुपये डाले हैं। इसकी मुख्य वजह मजबूत वृहद आर्थिक कारक हैं।

डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, इससे पहले एफपीआई ने सितंबर में 23,885 करोड़ रुपये, अगस्त में 34,990 करोड़ रुपये और जुलाई में 17,700 करोड़ रुपये निकाले थे।
 
अक्टूबर में नए सिरे से निवेश धारणा में एक महत्वपूर्ण बदलाव का संकेत देता है और भारतीय बाजारों के प्रति वैश्विक निवेशकों के बीच नए विश्वास को दर्शाता है।
 
इस उलटफेर के पीछे कई प्रमुख कारक हैं।
 
मॉर्निंगस्टार इन्वेस्टमेंट रिसर्च इंडिया के प्रमुख, प्रबंधक शोध, हिमांशु श्रीवास्तव के अनुसार, उभरते बाजारों में भारत का वृहद आधार अपेक्षाकृत मजबूत बना हुआ है। स्थिर वृद्धि, प्रबंधन के दायरे में मुद्रास्फीति और जुझारू घरेलू मांग से एफपीआई का भरोसा बढ़ा है।
 
उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक तरलता की स्थिति धीरे-धीरे सुधर रही है, अमेरिका में दरों में कटौती या कम से कम एक विराम की उम्मीद है। जैसे-जैसे जोखिम उठाने की क्षमता वापस आ रही है, वैसे-वैसे उच्च-लाभ वाले उभरते बाजारों में धन का प्रवाह बढ़ रहा है।
 
इसके अतिरिक्त, भारतीय मूल्यांकन, जो दबाव में थे, अब अधिक आकर्षक हो गए हैं, जिससे ‘गिरावट’ में खरीदारी की रुचि फिर से बढ़ रही है।
 
इसी तरह की राय व्यक्त करते हुए, जियोजीत इन्वेस्टमेंट्स के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा कि एफपीआई की रणनीति में इस बदलाव का मुख्य कारण भारत और अन्य बाजारों के बीच मूल्यांकन के अंतर में कमी है।