हैदराबाद,
MANUU में यूजीसी-मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण केंद्र द्वारा आयोजित फैकल्टी इंडक्शन प्रोग्राम (FIP) के समापन समारोह में कुलपति प्रो. सैयद ऐनुल हसन ने युवा शिक्षकों को संवारने के महत्व पर बल दिया।
यह एक माह का प्रशिक्षण कार्यक्रम 18 अगस्त से शुरू हुआ था, जिसमें देशभर के उच्च शैक्षणिक संस्थानों से आए 91 नए शिक्षकों ने भाग लिया। कुलपति ने कहा, “यह इंडक्शन प्रोग्राम उच्च शिक्षा के भविष्य में निवेश है। इससे युवा शिक्षक शिक्षण, शोध और सामाजिक उत्तरदायित्वों को उत्कृष्टता के साथ संतुलित कर पाएंगे।”
कार्यक्रम निदेशक प्रो. सनीम फ़ातिमा ने बताया कि इस दौरान शिक्षकों में व्यावसायिक मूल्य, अध्यापन क्षमता और अकादमिक नेतृत्व विकसित करने पर विशेष ध्यान दिया गया।
समापन अवसर पर प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र वितरित किए गए। सहायक निदेशक डॉ. मेराज अहमद मुबारकी ने कार्यक्रम का संचालन किया।
प्रशिक्षण सत्रों में आईआईटी मद्रास, जामिया मिलिया इस्लामिया, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय, हैदराबाद विश्वविद्यालय, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, उस्मानिया विश्वविद्यालय, NAARM और MANUU सहित प्रतिष्ठित संस्थानों के विशेषज्ञों ने व्याख्यान दिए।
यह कार्यक्रम यूजीसी की मालवीय मिशन शिक्षक प्रशिक्षण योजना के उद्देश्यों के अनुरूप शिक्षकों को उच्च शिक्षा, शोध, अध्यापन पद्धति, नैतिकता और नेतृत्व की बुनियादी समझ से परिचित कराने के लिए डिज़ाइन किया गया था।