आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
अफगानिस्तान में तालिबान के अत्याचारों का शिकार हुए भारतीय फोटोग्राफर दानिश सिद्दीकी को रविवार की रात अंतिम विश्राम दिया गया.
रविवार शाम उनका पार्थिव शरीर काबुल से घर लाया गया. शाम को जामिया मिल्लिया इस्लामिया के पास गफ्फार मंजिल स्थित उनके आवास पर सैकड़ों की संख्या में लोग जमा हो गए, जो शाम 6 बजे सिद्दीकी के पार्थिव शरीर के पहुंचने की खबर के चलते हुआ था, लेकिन दानिश सिद्दीकी का शव रात नौ बजे एयरपोर्ट से जामिया नगर पहुंचा.
दानिश सिद्दीकी के पार्थिव शरीर की एक झलक पाने के लिए सैकड़ों की भीड़ उमड़ी. पूरा क्षेत्र निराशा और अवसाद की स्थिति में है. लोग उनके बारे में बात कर रहे हैं और उन्हें याद कर रहे हैं.
उनके शव को गफ्फार मंजिल पर एंबुलेंस से ताबूत में उतारा गया.
इसके बाद खाकी के पार्थिव शरीर को परिवार के लिए घर ले जाया गया. जहां परिजन उनके अंतिम दर्शन के लिए बेताब थे.
दानिश सिद्दीकी का पार्थिव शरीर अंतिम यात्रा के लिए रात साढ़े नौ बजे गफ्फार मंजिल से निकला.
अंतिम संस्कार जुलूस जामिया कब्रिस्तान गया. उनके साथ सैकड़ों लोग चल रहे थे.
जामिया मिलिया में उनके अंतिम संस्कार की नमाज अदा की गई.
लोगों के चेहरे उतरे हुए थे और आंखों में उदासी थी. बड़ी संख्या में स्थानीय लोग भी मौजूद थे. अंतिम दर्शन के लिए दानिश सिद्दीकी के एक करीबी और जामिया मिलिया के कई छात्र भी आए.
दानिश सिद्दीकी की मौत से पूरे देश में निराशा की लहर दौड़ गई थी. तालिबान के भयानक चेहरे ने एक बार फिर सभी को चिंतित कर दिया है, जिन्होंने एक मासूम की हत्या की.