आवाज द वॉयस/ इस्तांबुल
चीन के झिंजियांग प्रांत में उइघुर समुदाय के खिलाफ ज्यादतियों के विरोध में तुर्की में जबदस्त प्रदर्षन किया गया. इस्तांबुल में उइघुर कार्यकर्ता कड़ाके की ठंड के बावजूद ऐतिहासिक हागिया सोफिया मस्जिद के पास इकट्ठे हुए और प्रदर्शन किया.
उन्होंने आरोप लगाया कि भीषण आग लगने के बावजूद चीनी अधिकारियों ने कड़े कोविड-19प्रतिबंधों के नाम पर इमारत से उइघरों को बाहर नहीं निकलने दिया गया . उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से चीनी सरकार के खिलाफ खड़े होने का आह्वान किया. लोगों ने अग्निपीड़ितों के लिए प्रार्थना भी की.
इस्तांबुल के सरियर जिले में चीनी वाणिज्य दूतावास के पास भी बड़ा विरोध प्रदर्षन किया गया, जिसमें 1000से अधिक लोग षामिल हुए. ईस्ट तुर्केस्तान मारिफ सोसाइटी के अध्यक्ष हिदायतुल्लाह ओगुझान के नेतृत्व में इंटरनेशनल यूनियन ऑफ ईस्ट तुर्केस्तान एनजीओ द्वारा विरोध प्रदर्षन का आह्वान किया गया था.
उन्होंने कहा, 24नवंबर हमारे लिए दुखद दिन है. हम उरुमकी आग को कभी नहीं भूलेंगे. इसमें बच्चों और महिलाओं ने जान गंवाई है. कुछ खुद ही इमारत से बाहर कूद गए. इस बीच चीनी प्रशासन ने दरवाजे और सीढ़ियों को बंद कर दिया .