ढाका. बांग्लादेश छात्र लीग (बीसीएल) के अध्यक्ष अल नहेन खान जॉय ने आरोप लगाया है कि ढाका में भारत और प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने के लिए पाकिस्तान उच्चायोग कट्टरपंथी इस्लामी संगठन हिफजात-ए-इस्लाम बांग्लादेश को ‘खुफिया फंडिंग’ कर रहा है,
बांग्लादेश में सत्तारूढ़ अवामी लीग की छात्र शाखा बीसीएल के अध्यक्ष जॉय ने ट्विटर पर कहा के बांग्लादेश के लोग पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी आईएसआई द्वारा किए गए प्रयास की निंदा करते हैं.
जॉय ने ट्वीट किया, “हम, बांग्लादेश के धर्मनिरपेक्ष और लोकतांत्रिक लोग पाक एजेंसी आईएसआई की इस कोशिश की निंदा करते हहैं. शर्म, पाकिस्तान सरकार, दुनिया में आतंक की संरक्षक.”
Pak 🇵🇰 HC #Dhaka’s #SecretFunding for @HIBofficial @Hefazot to protest against India 🇮🇳 & its PM @narendramodi. We, #secular & #democratic people of #Bangladesh condemn this attempt by Pak agency #ISI. #Shame on @GovtofPakistan, protector of #Terrorists around the globe. pic.twitter.com/AJU7Rbv8TP
— Al Nahean Khan Joy (@alnaheankhanbsl) March 20, 2021
प्रधानमंत्री मोदी की आगामी यात्रा के खिलाफ शुक्रवार को बांग्लादेश की राजधानी ढाका में रैली निकाली गई थी.
हिफजात-ए-इस्लाम बांग्लादेश रैली के आयोजकों में से एक था.
उलेमाओं के लिए एक बड़े मंच ‘हिफाजत-ए-इस्लाम’ की स्थापना 2010 में चटगांव में हुई थी, जिसका सत्तारूढ़ आवामी लीग की कथित रूप से इस्लाम विरोधी नीतियों, विशेष रूप से महिलाओं को विरासत के अधिकार देने की प्रस्तावित नीति से इस्लाम की रक्षा करने के लिए किया गया था.
बांग्लादेश की 50 साल की आजादी का जश्न मनाने के लिए प्रधानमंत्री मोदी 26 मार्च को आने वाले हैं.
विदेश मंत्रालय की एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि यह यात्रा तीन युगांतरकारी घटनाओं के स्मरणोत्सव के सिलसिले में है - शेख मुजीबुर रहमान की जन्म शताब्दी ‘मुजीब बोरशो’ है, भारत और बांग्लादेश के बीच राजनयिक संबंधों की स्थापना के 50 साल और बांग्लादेश मुक्ति के 50 साल हो गए हैं .
प्रधान मंत्री मोदी ने आखिरी बार 2015 में बांग्लादेश का दौरा किया था.
यात्रा के दौरान, प्रधान मंत्री 26 मार्च को बांग्लादेश के राष्ट्रीय दिवस कार्यक्रम में अतिथि के रूप में शामिल होंगे.