आवाज द वाॅयस /लंदन
फ्रांस के आंतरिक मंत्री जेरार्ड डारमैनिन ने कहा कि छह मस्जिदों को बंद करने और कट्टरपंथी इस्लामी प्रचार करने के संदेह में कई संगठनों पर प्रतिबंध लगाने के आदेश दिए गए हैं.उन्होंने फ्रोंस के अखबार ‘ले फिगारो’ को बताया कि 89 में से एक तिहाई मस्जिदों पर ‘कट्टरपंथ‘ फैलाने का संदेह है.
उन्होंने कहा कि फ्रांस के छह इस्लामिक केंद्रों को बंद करा दिया गया है. अधिकारियों ने इस्लामिक प्रकाशक ‘नवा’ और ‘ ब्लैक अफ्रीकन डिफेंस लीग’ को भी भंग करने की सिफारिश की है.डारमैन ने कहा,‘‘दक्षिणी फ्रांसीसी शहर एरिज में कुछ कट्टरपंथी यहूदियों को भगाने के लिए लोगों को उकसा रहे हैं. साथ ही समलैंगिकों के खिलाफ सख्त रुख अपनाए हुए हैं.‘‘
उन्होंने कहा कि एलडीएनए के आयोजकों ने पिछले साल जून में पेरिस में अमेरिकी दूतावास के सामने पुलिस हिंसा के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था. उन्होंने कहा, ‘‘आने वाले वर्ष में 10 और संगठनों को प्रतिबंधित कर दिया जाएगा. इसकी प्रक्रिया चल रही है. इनमें से चार अगले महीने, बंद किए जाएंगे.
पिछले हफ्ते, फ्रांस की सर्वोच्च प्रशासनिक अदालत, राज्य परिषद ने फ्रांस में कलेक्टिव अगेंस्ट इस्लामोफोबिया और ‘ ब्राका सिटी’ को भंग करने के सरकार के कदम को मंजूरी दे दी थी. शिक्षक सैमुअल पेटी की हत्या के बाद अक्टूबर 2020 में सरकार ने यह कार्रवाई की थी.
पैटी को व्यंग्य पत्रिका ‘ चार्ली हेब्दो ’ द्वारा प्रकाशित पैगंबर मोहम्मद के विवादास्पद कार्टून दिखाने पर उनके खिलाफ ऑनलाइन अभियान चलाया गया था, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई थी.डारमेनिन ने यह भी कहा कि उन्होंने क्षेत्रीय, प्रांतों के इमामों के निवास परमिट की जांच के भी आदेश दिए हैं.