पाकिस्तानः वैक्सीन नहीं लगवाने पर झेलनी पड़ेगी पाबंदी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 12-06-2021
पाकिस्तानः वैक्सीन नहीं लगवाने पर झेलनी पड़ेगी पाबंदी
पाकिस्तानः वैक्सीन नहीं लगवाने पर झेलनी पड़ेगी पाबंदी

 

मलिक असगर हाशमी / नई दिल्ली

भारत में वैक्सीन नहीं लगवाने वालों को इसके प्रति जागरूक करने के लिए तरह-तरह के अभियान चलाए जा रहे हैं. भ्रांतियां दूर करने को केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्रालय ‘जान है तो जहान है’ नाम से अभियान चलाकर लोगों को वैक्सीन लगवाने के लिए प्रेरित और प्रोत्साहित कर रहा है.
 
अभियान को सफल बनाने के लिए गैर सरकारी संगठनों, वक्फ बोर्ड, हज कमेटियों की भी मदद ली जा रही है. मगर पड़ोसी देश पाकिस्तान में इसके इतर ही खेल चल रहा है. वहां वैक्सीन नहीं लगवाने वालों को तहर-तरह की पाबंदियां झेलने का फरमा सुना दिया गया है. इसको लेकर वहां के लोग बेहद डरे हुए हैं.
 
पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट के अनुसर, इमरान खान की संघीय सरकार और विभिन्न प्रांतीय सरकारों ने कोरोना वैक्सीन नहीं लेने वालों के लिए तरह-तरह की पाबंदियों की घोषणा की है. इसके तहत पंजाब सरकार ने टीका नहीं लगवाने वालों का मोबाइल सिम बंद करने का फैसला किया.
 
एक ओर, दुनिया भर की सरकारें और निजी कंपनियां नागरिकों को कोरोना वैक्सीन लेने के लिए प्रोत्साहित करने की खारित नकद पुरस्कार, लॉटरी टिकट और अन्य छूट की घोषणा कर रही हैं. पाकिस्तान में इसके नाम पर कुछ और ही चल रहा है.
 
पंजाब सरकार की ओर से गुरुवार को जारी बयान में कहा गया, ‘स्वास्थ्य मंत्री डॉ यासमीन राशिद की अध्यक्षता में हुई बैठक में फैसला किया गया कि जिन लोगों का टीकाकरण नहीं हुआ है उनके मोबाइल सिम बंद कर दिए जाएंगे.
 
इसी तरह, सिंध सरकार ने पिछले हफ्ते घोषणा की थी कि ‘‘जो सरकारी कर्मचारी टीकाकरण नहीं करवाएंगे, उन्हें जुलाई में भुगतान नहीं किया जाएगा.‘‘नेशनल कमांड एंड ऑपरेशंस सेंटर (एनसीओसी) ने भी  कहा कि ‘‘सार्वजनिक और निजी संस्थानों में काम करने वाले कर्मचारियों का टीकाकरण किया जाना चाहिए. सभी सरकारी कर्मचारियों को 30 जून तक टीका लगाया जाना चाहिए.‘‘
 
हालांकि, पाकिस्तान की सरकारी एयरलाइन पीआईए ने 50 वर्ष और उससे अधिक उम्र के यात्रियों के लिए घरेलू उड़ानों पर 10 प्रतिशत की छूट की घोषणा की है, जिन्हें टीका लगाया गया है.दुनिया के अन्य देशों में टीकाकरण के लिए पुरस्कार और प्रोत्साहन टीकाकरण सस्ता होने के बाद संयुक्त राज्य अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम और अन्य विकसित देशों में नागरिकों के लिए आकर्षक पुरस्कार और प्रोत्साहन की भी घोषणा की गई है.
 
रॉयटर्स के अनुसार, जून 15 के बाद से अमेरिकी राज्य कैलिफोर्निया में टीकाकरण करने वालों के लिए 11 110 मिलियन से अधिक के आकर्षक पुरस्कार की घोषणा की गई है. 10 भाग्यशाली लोगों को प्रत्येक को 1.5 मिलियन और 30 भाग्यशाली लोगों को 50 डालर पुरस्कार दिया जाएगा.
 
इसी तरह, न्यूयॉर्क के गवर्नर ने घोषणा की है कि दस सरकारी केंद्रों, वैक्स एंड स्क्रैच पर टीकाकरण करने वालों को लॉटरी टिकट दिए जाएंगे. अन्य अमेरिकी राज्यों ने इसी तरह की इनाम योजनाएं शुरू की हैं.
इसके अलावा, अमेरिकी कंपनियों ने भी अपने कर्मचारियों के लिए टीकाकरण करने पर 100 डालर , छुट्टियों और अन्य लाभों की घोषणा की है.
 
ग्रीन पास योजना के तहत टीकाकरण करने वालों के लिए रियायतों की घोषणा करने वाला इजराइल पहला देश है. योजना के तहत ऐसे लोगों को सिनेमा, जिम, होटल और रेस्टोरेंट में जाने की इजाजत देने की घोषणा की गई है.
 
सर्बिया में राष्ट्रपति अलेक्सांद्र वुसी ने ऐलान किया है कि सरकार कोरोना वैक्सीन पाने वालों को नकद इनाम देगी.इसी तरह, यूके और अन्य यूरोपीय देशों में टीके लगाने वालों को मुफ्त पेय और अन्य छूट की पेशकश की जा रही है.
 
इस संबंध में एक पाकिस्तानी मीडिया द्वारा संपर्क करने पर पंजाब स्वास्थ्य विभाग के एक प्रवक्ता ने कहा कि सरकार ने कार्रवाई से पहले प्रोत्साहन राशि देने की कोशिश की थी. इसके बावजूद टीकाकरण नहीं कराने वालों पर नकेल कसने का फैसला किया है. ताकि प्रदेश और देश को इस महामारी से बचाया जा सके.
 
उन्होंने कहा, ‘सिम ब्लॉक करने के कड़े फैसले के अलावा कोरोना वैक्सीन लगाने वालों को भी छूट दी जा रही है कि वे जिम और सिनेमाघर जा सकें. यह पूछे जाने पर कि पहले क्या प्रोत्साहन दिया गया था, प्रवक्ता ने कहा कि पंजाब सरकार ने लाहौर के प्रमुख मॉल के साथ मिलकर टीकाकरण करने वालों के लिए छूट योजना शुरू की थी.
 
हालांकि, विशेषज्ञों का मानना ​​है कि टीके लगाने के लिए प्रोत्साहन डर से बेहतर तरीका है. स्वास्थ्य विशेषज्ञ और लाहौर यूनिवर्सिटी ऑफ हेल्थ साइंसेज के कुलपति प्रो. जावेद अकरम ने कहा कि उन्हें लगता है कि सरकार को नागरिकों को टीकों की ओर आकर्षित करना चाहिए.
 
भय बहुत अच्छा नहीं हैं, लेकिन सरकार को लोगों को वैक्सीन के लाभों के बारे में शिक्षित करना चाहिए ताकि अधिक लोग यहां आ सकें. भारत मंे वैक्सीन न लगवाने या इसे लेकर चल रही भ्रांतियों को लेकर व्यापक अभियान चलाया जा रहा है. मजे की बात यह है कि यह अभियान विभिन्न मंचों से उस समय से चलाया जा रहा है जब वैक्सीन के हराम-हलाल होने का मुददा उठाया गया था.