पाकिस्तानः राजधानी इस्लामाबाद अपराधियों की गिरफ्त में, बेतहाशा बढ़े अपराध

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 09-08-2021
पाकिस्तानः राजधानी इस्लामाबाद अपराधियों की गिरफ्त में, बेतहाशा बढ़े अपराध
पाकिस्तानः राजधानी इस्लामाबाद अपराधियों की गिरफ्त में, बेतहाशा बढ़े अपराध

 

बशीर चैधरी / इस्लामाबाद

लोअर दीर निवासी रिजवानुल्ला एक छोटी सी दुकान में नौकरी करते है. उनके एक रिश्तेदार को विदेश जाना था. इसलिए विदेशी मुद्रा बदलने के लिए पैसे लेकर वह एक दुकान पर गए. उन्होंने जैसे ही मुद्रा बदलने के लिए पैसे निकाले पुलिस वर्दी में लुटेरों ने मध्य इस्लामाबाद की सुपरमार्केट की दुकान के पास पकड़ लिया और सारे रूपये लूट लिए.

इस्लामाबाद के कोहसर थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, रिजवानउल्लाह ने पुलिस वर्दी में चार लोगों ने उसकी तलाशी लेने के बहाने तीन लाख रुपये लूट लिए.

जाहिरा तौर पर यह एक डकैती थी, लेकिन रिजवानउल्लाह के अनुसार, ‘‘अगर पुलिस ने समय पर उनकी बात सुनी और कार्रवाई की गई होती, तो न केवल पैसे वापस मिल जाते, पुलिस कार्यकुशलता की सराहना भी करते. इस्लामाबाद में सुरक्षा के नाम पर कुछ नहीं है.

पाकिस्तान के उर्दू न्यूज के अनुसार, रिजवानुल्ला ने कहा, “घटना के कुछ मिनट बाद, जब वह लूट के सदसे से उबरा, तो वह पुलिस सुविधा केंद्र पहुंचा और सारी कहानी पुलिस वालों को सुनाई. उसका आरोप है कि उसके मामले में कार्रवाई करने की जगह उसे 10मिनट के फासले पर स्थित

कोहसर पुलिस स्टेशन में रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी.रिजवान का कहना है कि थाने में एक कर्मचारी से दूसरे कर्मचारी और एक दफ्तर से दूसरे दफ्तर जाने में दो घंटे बर्बाद हो गए. तभी एक जांच अधिकारी आया और रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद सेफ सिटी कंट्रोल रूम में ले गया. सीसीटीवी फुटेज में पुलिस की वर्दी में लुटेरे संसद भवन, प्रधानमंत्री कार्यालय और अन्य प्रमुख इलाकों में घटना के बाद दो घंटे तक गश्त करते नजर आए.

रिजवान के मुताबिक, फुटेज में गाड़ी की नंबर प्लेट नहीं पढ़ी जा सकती थी. पुलिस ने आगे की जांच के लिए कहा, पर कई दिनों से उसके मामले में कोई प्रगति नहीं है.

इस बारे में जब रिपोर्टर ने कई बार एएसआई सनाउल्लाह, कोहसर थाने के एसएचओ शाहिद जमां और एसपी सिटी राणा अब्दुल वहाब से बात करने की कोशिश की, तो किसी ने बात करना उचित नहीं समझा.

हालांकि, नेशनल असेंबली में आंतरिक मंत्रालय द्वारा प्रस्तुत किए गए आंकड़े रिजवानुल्ला जैसे कई नागरिकों की कहानी बताते हैं.इन आंकड़ों के मुताबिक, 2020के पहले सात महीनों की तुलना में इस साल के पहले सात महीनों में सड़क पर होने वाले अपराधों में औसतन 100प्रतिशत की वृद्धि हुई है.

गृह मंत्रालय के मुताबिक, इस्लामाबाद में 2020में बटुआ छीनने की सात घटनाएं हुईं, जबकि इन सात महीनों में 180प्रतिशत की वृद्धि के साथ बढ़कर 19हो गई है. 2021में धन शोधन की कुल घटनाओं की संख्या 58है, जो पिछले पूरे वर्ष में 42से अधिक थी.

इसी तरह, मोबाइल और कैश स्नैचिंग की घटनाओं में 80प्रशित की वृद्धि हुई है. पिछले साल 41की तुलना में इस साल मोबाइल स्नेचिंग की घटनाओं की संख्या 73हो गई है. सबसे कम घटनाएं जेवर छीनने की हैं, लेकिन पिछले साल की तुलना में अधिक हैं. पिछले साल की 13घटनाओं की तुलना में इस बार आभूषण छीनने की 17घटनाएं दर्ज की गईं.

केवल मोबाइल स्नैचिंग को एक अलग श्रेणी बताते हुए गृह मंत्रालय ने कहा कि इसमें 200प्रतिशत की वृद्धि हुई है. पिछले साल ऐसी घटनाओं की संख्या 27थी, जबकि इस साल के पहले सात महीनों में यह संख्या 81 हो गई है.

कार स्नैचिंग भी लगभग 10 से बढ़कर 19हो गई है, वहीं मोटरसाइकिल स्नैचिंग 31से बढ़कर 51हो गई है.पुलिस अधिकारियों का दावा है कि इन घटनाओं पर पुलिस की कार्रवाई

काफी अच्छी है.पुलिस के अनुसार, इन अपराधों में शामिल 401आरोपियों को गिरफ्तार कर उनसे मोबाइल, मोटरसाइकिल व कार समेत 213.62करोड़ रुपये बरामद किए गए हैं. आरोपियों के खिलाफ जांच पूरी करने के बाद इन्हें न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है और इनके खिलाफ मामले चल रहे हैं.

पुलिस अधिकारियों का कहना है कि सड़क अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए इस्लामाबाद में आधुनिक तर्ज पर काम किया जा रहा है. इस संबंध में अपराध वाले क्षेत्रों की पहचान की जा रही है. झुग्गियों का सर्वेक्षण, खुफिया-आधारित पुलिसिंग, तलाशी और तलाशी अभियान, गेस्ट हाउसों की चेकिंग और रिहा किए गए कैदियों के डेटा प्रूफिंग जैसे उपाय किए जा रहे हैं.

इसके अलावा, जून 2021 में इस्लामाबाद में 150 मोटरसाइकिल और 510 पुलिस कर्मियों के साथ पंजाब डॉल्फिन फोर्स-शैली ईगल दस्ते का गठन किया गया है. तब से, सड़क अपराध दर में 50प्रतिशत की गिरावट आई है.

दूसरी ओर, पुलिस को ईगल स्क्वाड द्वारा नागरिकों के उत्पीड़न की शिकायतें भी प्राप्त होती रही हैं.