जामिया और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान ने सौर ऊर्जा अनुसंधान के लिए किया समझौता

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 10-10-2025
Jamia Millia Islamia and National Institute of Solar Energy sign strategic agreement to promote solar energy research and education
Jamia Millia Islamia and National Institute of Solar Energy sign strategic agreement to promote solar energy research and education

 

नई दिल्ली

भारत में स्वच्छ और सतत ऊर्जा को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए, जामिया मिल्लिया इस्लामिया (जेएमआई) और राष्ट्रीय सौर ऊर्जा संस्थान (एनआईएसई) ने एक रणनीतिक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए। इस समझौते का उद्देश्य अत्याधुनिक सौर ऊर्जा अनुसंधान, कौशल विकास, और शैक्षणिक नवाचार को गति देना है।

इस समझौते पर जेएमआई के रजिस्ट्रार प्रो. मोहम्मद महताब आलम रिज़वी और एनआईएसई के महानिदेशक प्रो. मोहम्मद रिहान ने हस्ताक्षर किए। इस अवसर की अध्यक्षता जेएमआई के कुलपति प्रो. मजहर आसिफ ने की। कार्यक्रम में इंजीनियरिंग एवं प्रौद्योगिकी संकाय के डीन प्रो. मोहम्मद शरीफ़, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग विभाग की अध्यक्ष प्रो. शाहिदा खातून, सहयोग समन्वयक प्रो. माजिद जमील और अन्य वरिष्ठ संकाय सदस्य उपस्थित थे।

यह साझेदारी सौर फोटोवोल्टिक प्रौद्योगिकी, सौर पैनल परीक्षण, पीवी रीसाइक्लिंग, ग्रीन हाइड्रोजन, और ग्रिड एकीकरण जैसे क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान और विकास की दिशा में कार्य करेगी। इसके तहत दोनों संस्थान विशेषज्ञों, छात्रों और संकायों का आदान-प्रदान कर प्रशिक्षण कार्यक्रम और शैक्षणिक सहयोग को भी आगे बढ़ाएंगे।

कुलपति प्रो. मजहर आसिफ ने कहा, “यह समझौता शिक्षा और राष्ट्रीय मिशनों के बीच की दूरी को कम करता है। जामिया और एनआईएसई की संयुक्त क्षमताएँ भारत को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होंगी।”

रजिस्ट्रार प्रो. महताब रिज़वी ने कहा कि यह साझेदारी अकादमिक उत्कृष्टता को ऊर्जा क्षेत्र की चुनौतियों से जोड़ती है और छात्रों को उद्योग के लिए तैयार करती है।

एनआईएसई के महानिदेशक प्रो. मोहम्मद रिहान ने कहा, “जामिया जैसे प्रतिष्ठित संस्थान के साथ यह सहयोग सौर ऊर्जा में नवाचार, अनुसंधान और प्रशिक्षण को नई ऊँचाइयों पर ले जाएगा।”

डीन प्रो. मोहम्मद शरीफ़ ने इस साझेदारी को शैक्षणिक पाठ्यक्रम में समृद्धि लाने वाला बताया, वहीं प्रो. शाहिदा खातून ने छात्रों के लिए एनआईएसई की उन्नत सुविधाओं तक पहुँच को करियर में निर्णायक बताया।

इस MoU का समन्वय प्रो. माजिद जमील द्वारा किया गया, जिन्होंने कहा कि यह सहयोग हमारे अनुसंधानों को वास्तविक तकनीकों में बदलने का अवसर है।

कार्यक्रम के अंत में डॉ. अरुणेश कुमार सिंह ने सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद दिया और इस ऐतिहासिक साझेदारी को एक नया अध्याय बताया जो भारत के सौर ऊर्जा भविष्य को मजबूती देगा।