OIC में अफगान महिलाओं पर तालिबान के रवैये का समर्थन करने से घिरे इमरान खान, हो रही आलोचना

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 23-12-2021
 इमरान खान
इमरान खान

 

आवाज द वाॅयस /इस्लामाबाद
 
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को एक बार फिर शर्मिंदगी का सामना करना पड़ा है. अफगानिस्तान में महिलाओं के प्रति तालिबान के रवैये का समर्थन करने के लिए इमरान खान की तीखी आलोचना हो रही है.
 
इस्लामाबाद में ऑर्गनाइजेशन ऑफ इस्लामिक कांफ्रेंस की एक बैठक में इमरान खान ने अफगानिस्तान में महिलाओं के साथ तालिबान के व्यवहार को जायज ठहराया था. तब से लेकर अब तक अफगानिस्तान में कई महिला कार्यकर्ताओं ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के बयान की निंदा की है.
 
दरअसल, इस्लामिक कॉन्फ्रेंस के संगठन (ओआईसी) में इमरान खान ने कहा था कि दुनिया तालिबान को महिलाओं के अधिकारों के लिए कार्रवाई करने के लिए मजबूर नहीं कर सकती.
 
यह पश्तून संस्कृति के खिलाफ है. इमरान खान के इस बयान की पूरी दुनिया में आलोचना हुई थी. अफगान महिला संगठन और इससे जुड़ी महिलाओं ने इमरान खान को अनभिज्ञ बताया. कहा कि इस बयान के जरिए इमरान खान तालिबान के गलत कामों का समर्थन कर रहे हैं.
 
मंगलवार को ओआईसी की बैठक में अफगान महिलाओं द्वारा लिखे गए एक पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान द्वारा दिया गया बयान अफगानिस्तान में महिलाओं की शिक्षा और रोजगार पर प्रतिबंध के खिलाफ तालिबान की मानसिकता को न केवल बढ़ावा देता है. इसका समर्थन भी करता है.
 
पश्तून संस्कृति का जिक्र करते हुए, इमरान खान ने अफगानिस्तान में महिलाओं के खिलाफ अत्याचारों पर तालिबान का बचाव किया. इससे नाराज दुनिया भर की महिला कार्यकर्ताओं ने भी सोशल मीडिया पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
 
वहीं अफगानिस्तान की कई महिलाओं ने इमरान खान के बयान को बेहद असंवेदनशील और गैर जिम्मेदाराना बताया है. एक महिला यूजर ने तो पाकिस्तान के प्रधानमंत्री को मुंह बंद रखने की सलाह तक दे दी.
 
वहीं, एक अन्य महिला यूजर ने लिखा कि उन्हें नहीं पता कि इमरान खान अफगानिस्तान में तालिबान का बचाव करने के लिए किस संस्कृति का जिक्र कर रहे हैं.
 
बता दें कि इससे पहले कई मौकों पर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अफगानिस्तान में तालिबान की गतिविधियों का समर्थन कर चुके हैं. पाकिस्तान में ही उन्हें तालिबान खान भी कहा जाता है.