आवाज - द वॉयस/ एजेंसी
तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने काला सागर और मरमारा सागर को जोड़ने वाली कैनाल इस्तांबुल की आधारशिला रखी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, शनिवार को शिलान्यास समारोह में बोलते हुए, एर्दोगन ने कहा कि कैनाल इस्तांबुल 30 किलोमीटर लंबी बोस्फोरस जलडमरूमध्य के भारी यातायात को काफी कम कर देगी, जो दुनिया के सबसे व्यस्त जलमार्गों में से एक है. ये कैनाल इस्तांबुल के एशियाई और यूरोपीय भागों को विभाजित करता है.
राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न भारों के साथ जलडमरूमध्य से रोजाना गुजरने वाले मालवाहक जहाजों की बड़ी संख्या शहर के लिए एक महत्वपूर्ण जोखिम है. उन्होंने कहा, "अनुमान बताते हैं कि 2050 में बोस्फोरस से गुजरने वाले जहाजों की संख्या 78,000 तक पहुंच जाएगी. एक वर्ष में बोस्फोरस की सुरक्षित मार्ग क्षमता 25,000 है."
यह समारोह शहर को ताजा पानी उपलब्ध कराने वाले मुख्य जलाशयों में से एक, सजलिडेरे बांध के किनारे पर आयोजित किया गया था. बांध क्षेत्र नहर के निर्माण का पहला चरण है, जिसे पहली बार 2011 में एर्दोगन द्वारा लाया गया था.
हालांकि, इस्तांबुल के मेयर एकरेम इमामोग्लू ने जोर देकर कहा था कि यह परियोजना मरमारा सागर और शहर के जल संसाधनों को नष्ट कर देगी. मेयर ने 24 जून को कंस्ट्रक्शन जोन पर आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में संवाददाताओं से कहा कि नहर सजलदेरे बांध को तबाह कर देगी.
राज्य द्वारा संचालित अनादोलु एजेंसी ने कहा कि 15 अरब डॉलर की लागत से नई नहर के छह साल में पूरा होने की उम्मीद है. यह लगभग 45 किमी लंबा, 275 मीटर आधार चौड़ाई और 21 मीटर गहराई वाला होगा.