लंदन
गाज़ा में बच्चों के जीवन पर आधारित बीबीसी के एक वृत्तचित्र ने तथ्यात्मक सटीकता से जुड़े संपादकीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन किया, क्योंकि इसमें यह खुलासा नहीं किया गया था कि कार्यक्रम का वाचक (नैरेटर) एक हमास अधिकारी का पुत्र है। यह जानकारी सोमवार को प्रकाशित एक रिपोर्ट में सामने आई।
बीबीसी ने यह वृत्तचित्र, जिसका शीर्षक "गाज़ा: हाउ टू सर्वाइव ए वॉरज़ोन" है, इस साल फरवरी में अपनी स्ट्रीमिंग सेवा से हटा दिया था। यह कदम तब उठाया गया जब यह पता चला कि 13 वर्षीय नैरेटर अब्दुल्ला, ऐमन अलीजौरी का बेटा है, जो हमास के कृषि उप मंत्री रह चुके हैं।
जांच में पाया गया कि वृत्तचित्र बनाने वाली स्वतंत्र प्रोडक्शन कंपनी ‘होयो फिल्म्स’ ने वाचक के पिता की पृष्ठभूमि बीबीसी को नहीं बताई थी। रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि यह चूक जानबूझकर नहीं की गई थी, लेकिन संपादकीय मानकों के उल्लंघन की मुख्य जिम्मेदारी प्रोडक्शन कंपनी पर है।
बीबीसी के संपादकीय शिकायत एवं समीक्षा निदेशक द्वारा की गई जांच में निष्कर्ष निकला कि नैतिक निष्पक्षता समेत अन्य संपादकीय दिशानिर्देशों का उल्लंघन नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि वर्ष की शुरुआत में ब्रिटेन की संस्कृति मंत्री लिसा नंदी ने इस वृत्तचित्र को लेकर बीबीसी की जवाबदेही पर सवाल उठाते हुए पूछा था कि इस प्रसारण के बावजूद बीबीसी में किसी की नौकरी क्यों नहीं गई।