हिजाब मामले पर बवाल जारी, जानिए किन देशों में हिजाब पर है बंदिश

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 10-02-2022
किन देशों में हिजाब पर है बंदिश
किन देशों में हिजाब पर है बंदिश

 

आवाज- द वॉयस/ नई दिल्ली

हिजाब को लेकर देशभर में राजनैतिक घमासान छाया हुआ है. इस पर सियासी बवाल की स्थिति बनी हुई है तो यह मसला अब अदालत में पहुंच चुका हैहिजाब के पक्ष और विपक्ष में कई राज्यों में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं.

यह जानना दिलचस्प होगा कि दुनिया के बाकी देशों में हिजाब को लेकर क्या नियम कानून हैं और दुनिया के अलग-अलग देशों में हिजाब या परंपरागत इस्‍लामिक लिबासों को लेकर क्‍या स्थिति है?

फ्रांस, रूस, चीन, डेनमार्क सहित दुनिया के कई ऐसे देश हैं, जहां हिजाब और अन्‍य परंपरागत इस्‍लामिक परिधानों को लेकर अलग-अलग नियम हैं.

पड़ोसी देश चीन तो उगर मुसलमानों पर अपने रुख को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना झेलता रहा है. चीन में धार्मिक पहचान बताने वाली किसी भी लिबास को पहनकर स्‍कूल या सरकारी कार्यालयों में जाने की अनुमति नहीं है. यहां स्‍कूलों में हिजाब पर भी बैन लगा हुआ है.

फ्रांस यूरोप का पहला देश है, जिसने स्‍कूलों में लड़कियों के हिजाब पहनने पर रोक लगाया था. यहां यह बंदिश 2004 से ही लागू है. 2011 में सार्वजनिक स्‍थानों पर भी चेहरा ढंकने पर प्रतिबंध लगा दिया गया. ऐसा करने पर फ्रांस में जुर्माने का भी प्रावधान किया गया है. यह जुर्माना करीबन 12,000 रु. का है. कोई अगर महिलाओं को हिजाब पहनने पर बाध्य करता है तो उस पर जुर्माने की रकम दोगुनी होगी.

डेनमार्क में भी हिजाब पहनना गैर-कानूनी है. यहां 2017 से यह प्रतिबंध लगाया गया है. नियम तोड़ने पर 12,000 रु. जुर्माने का प्रावधान है.

रूस में भी 2012 से यह प्रतिबंध लागू है. वहां यह मामला अदालत में भी गया जहां अदालत ने भी सरकार के रुख का समर्थन किया. नीदरलैंड्स में भी सार्वजनिक स्थानों, स्कूलों, कॉलेजों में हिजाब पर प्रतिबंध है. उधर, बुल्गारिया और बेल्जियम में भी यह प्रतिबंध है जबकि मुस्लिम देशों में चाड, सीरिया और मिस्र में हिजाब पर बंदिश लगी हुई है.