Jashn-e-Rekhta 2023 begins: The evening buzzes with the tunes of Vishal and Rekha Bhardwaj.
मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली
दिल्ली शहर में बीते कुछ सालों से हर वर्ष दिसंबर के महीने में मौसम ए सुखन नाज़िल होता है, आवाज़ो, लफ्जों, रंगों और खुशबुओं की बरसात होती जिसमें दिल व मुहब्बत की दुनिया आबाद होती है. यानी जश्न ए रेख्ता का आगाज़ शुक्रवार को हो गया है.
तीन दिवसीय इस विख्यात प्रोग्राम का उद्घाटन शुक्रवार की शाम मेजर ध्यानचंद नेशनल स्टेडियम में रेख़्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सर्राफ, मशहूर गीत व गजल लेखक जावेद अख्तर और हुमा खलील ने शमा रोशन कर उर्दू अदब के सबसे बड़े महफिल का आगाज किया. इसके साथ ही रविवार तक दिल्ली में उर्दू के जश्न की शुरुआत हो गई.
इस अवसर पर रेख़्ता फाउंडेशन के संस्थापक संजीव सर्राफ ने कहा कि बीते बारह साल से रेख़्ता फाउंडेशन पूरी दुनिया में उर्दू के चाहने वालों के बीच अपनी जगह बना चुका है. हर साल जुबान, अदब, म्यूजिक की महफिलें सजाई जाती हैं.
दुनिया में लोग उर्दू सिखना चाहते हैं जिसमें उर्दू डिक्शनरी उनका साथ दे रहा है. इस वक्त रेख़्ता दुनिया के 12 करोड़ लोगों तक पहुंचा है. जो लोग उर्दू सीखना चाहते हैं उनके लिए रेख़्ता लर्निंग कोर्स लाया गया है. जिसका शुभारंभ जावेद अख्तर ने किया.
संजीव सर्राफ ने कहा कि बीते अक्टूबर माह में लंदन में जश्न ए रेख्ता का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में उर्दू और हिन्दुस्तानी जबान को चाहने वाले शामिल हुए. मार्च 2024 में गुजराती वेबसाइट लांच किया जाएगा. ये साहित्यिक जश्न उर्दू के विश्व विख्यात शायर मीर तकी मीर के 300 सौ साल के तौर पर मना रहा है. रेख़्ता ने मीर तकी मीर के फारसी संवाद को उर्दू में दुनिया के सामने पेश किया है.
हिन्दी फिल्म उद्योग बॉलीवुड के प्रसिद्ध संगीतकार, गीतकार, पटकथा लेखक व निर्देशक विशाल भारद्वाज और रेखा भारद्वाज द्वारा ग़ज़ल, सूफी, सस्वर पाठ किया गया जिसमें बशीर बद्र समेत कई नामचीन हस्तियों के गजलों को प्रस्तुत गया, जिसे लोगों ने खूब सराहा.
दूसरे दिन का कार्यक्रम (9 दिसंबर 2023, शनिवार)
महफिल-खाना
उर्दू कविता और सेकुलरिज्म टॉपिक पर जावेद अख्तर के साथ सेफ महमूद की खास बातचीत
बज़्म ए ख्याल
उर्दू की कविताओं पर अभिषेक शुक्ला और महेंद्र कुमार सैनी की खास वार्तालाप
दयार ए इज़हार
उस्ताद असग़र हुसेन द्वारा सूफी कव्वाली की पेशकश
सुखन जार
खुली नशिस्त (उर्दू पोएट्री)
*जिंदगी और शायरी *
जिसमें मुजफ्फर अली और मीरा अली की शिरकत
उर्दू पोएट्री और विकास
इस के तहत उर्दू में तरक्की पर गौहर रजा, नज़मा रहमानी, अनवर पाशा, सोहेल अख्तर बातचीत करेंगे
हमारे नगमों की जान उर्दू
इस विषय पर बातचीत करेंगे वरुण ग्रोवर और स्वानंद किरकिरे, नगमा सहर भी होंगी.
आवाज़ों का नया आसमान
शहनाज़ मुजीब, मानसा, डॉ. हैदर सेफ और कुशाग्र जोशी की सिंगिंग परफॉर्मेंस
सुर, साज, सितार
शुजात खान द्वारा सितार वादन
तर्जुमा
हासिल और ला हासिल अनुवाद पर याकूब यावर, अतहर फ़ारूकी, नसीब खान, माजबान बिलाल की खास बातचीत
किस्सा गोई
जिसमें उर्दू की खोई कहानी पेश करेंगे सलीम शाह
इश्क़ का सवाद नामा
जिसमें आमिर अज़हर खान की शिरकत होगी
कहानी के किरदार तक
उर्दू के सौंदर्य पर सुधीर मिश्रा, अनुराग कश्यप के साथ आतिका फारूकी की खास बातचीत
उर्दू और हिंदी के क़ुरबातेँ और फासले
बातचीत करेंगे गीतांजलि श्री, रहमान अब्बास और सीमा चिश्ती
उर्दू शायरी के धानक रंग
कामना प्रसाद और मीनू बक्शी की सिंगिंग ड्रामेटिक रचना
सबरी ब्रोडर्स द्वारा क़व्वाली
तान की तहरीरें
फेमिनिस्ट राइटिंग पर सरवत खान, शहनाज़ नाबी, नईमा जाफरी, शगुफ्ता यास्मीन के साथ करेंगे बात
रहमान खान द्वारा हुमारबाज नाटक की प्रस्तुति
रेख़्ता मुशायरा
जिसमें शामिल होंगे वसीम बरेलवी, जावेद अख्तर, इकबाल अशहर, नुसरत मेहंदी, मीनू बक्शी, अबरार काशिफ, आदील मुस्तक़ीम, मनीष शुक्ला, आलोक श्रीवास्तव, नदीम शाद, इरशाद खान और क़ैसर खालिद.