पुणे
भारतीय क्रिकेट टीम के सीनियर लेग स्पिनर युजवेंद्र चहल ने खुलासा किया है कि डेंगू और चिकनगुनिया से संक्रमित होने के कारण वह सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल मुकाबले में नहीं खेल सके। गुरुवार को हरियाणा और झारखंड के बीच खेले गए खिताबी मुकाबले से बाहर रहने के चलते हरियाणा की गेंदबाजी इकाई कमजोर नजर आई, जिसका फायदा उठाते हुए झारखंड ने शानदार प्रदर्शन किया।
चहल की अनुपस्थिति में झारखंड के कप्तान ईशान किशन ने बेहतरीन शतकीय पारी खेली, जिससे उनकी टीम ने हरियाणा को 69 रन से हराकर सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब अपने नाम किया। चहल को हरियाणा की गेंदबाजी का अहम स्तंभ माना जाता है और फाइनल जैसे बड़े मुकाबले में उनका न खेल पाना टीम के लिए बड़ा झटका साबित हुआ।
फाइनल से पहले युजवेंद्र चहल ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी टीम को शुभकामनाएं दी थीं। उन्होंने अपने संदेश में बताया कि वह टीम के साथ मैदान पर उतरना चाहते थे, लेकिन बीमारी के चलते ऐसा संभव नहीं हो सका।
चहल ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा, “मेरी टीम हरियाणा को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी के फाइनल के लिए ढेरों शुभकामनाएं। मैं इस महत्वपूर्ण मैच में टीम का हिस्सा बनना चाहता था, लेकिन दुर्भाग्य से मुझे डेंगू और चिकनगुनिया हो गया है, जिसने मेरी सेहत पर काफी असर डाला है। डॉक्टरों ने मुझे पूरी तरह आराम करने और जल्द स्वस्थ होने पर ध्यान देने की सलाह दी है।”
उन्होंने आगे कहा कि वह जल्द ही पूरी फिटनेस के साथ मैदान पर वापसी करेंगे और पहले की तरह पूरे जोश और ताकत से गेंदबाजी करते नजर आएंगे। चहल के इस बयान के बाद प्रशंसकों और क्रिकेट जगत से जुड़े लोगों ने उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है।






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