मेलबर्न
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (CA) के सीईओ टॉड ग्रीनबर्ग ने कहा है कि बिग बैश लीग (BBL) टी20 फ्रेंचाइज़ क्रिकेट सर्किट में ‘ग्रैंड स्लैम’ टूर्नामेंटों में से एक बन सकती है।वर्तमान में अपने 14वें सीजन में चल रही बीबीएल के निजीकरण (प्राइवेटाइजेशन) पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए बोस्टन कंसल्टिंग ग्रुप की एक रिपोर्ट तैयार कराई गई थी, जिसमें जुलाई में निजीकरण की सिफारिश की गई। यदि क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया इस प्रस्ताव को मंजूरी देता है, तो हिस्सेदारी की बिक्री से लगभग 800 मिलियन ऑस्ट्रेलियाई डॉलर जुटाए जा सकते हैं। इससे सीए को बजट संबंधी समस्याओं से निपटने और खेल के हर स्तर पर बड़े निवेश में मदद मिलेगी।
इस निवेश के जरिए बीबीएल का लक्ष्य आईपीएल के बाद दुनिया की दूसरी सर्वश्रेष्ठ टी20 लीग बनना भी है। आईपीएल को टी20 फ्रेंचाइज़ क्रिकेट की शुरुआत करने वाली और सबसे समृद्ध लीग माना जाता है।
ग्रीनबर्ग का मानना है कि बीबीएल को आईपीएल और इंग्लैंड की द हंड्रेड जैसी लीगों के साथ फ्रेंचाइज़ क्रिकेट के ‘ग्रैंड स्लैम’ ढांचे का हिस्सा बनना चाहिए।
उन्होंने SEN क्रिकेट से कहा,“मैं इसे इस तरह देखता हूं कि टी20 फ्रेंचाइज़ क्रिकेट में प्रभावी रूप से ‘ग्रैंड स्लैम’ होंगे। हमने पहले ही आईपीएल को देखा है—इसे हम विंबलडन कह सकते हैं। मुझे लगता है कि द हंड्रेड भी अपनी पहचान बनाएगा। मैं यह सुनिश्चित करना चाहता हूं कि ऑस्ट्रेलिया भी टी20 आयोजनों की उस ग्रैंड स्लैम श्रृंखला का हिस्सा बने।”
उन्होंने आगे कहा,“इसके लिए पूंजी, निवेश, सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी और सही समय-सीमा जरूरी है। अगर हम सिर्फ उम्मीद करते रहें कि हम प्रतिस्पर्धा कर पाएंगे, बजाय इसके कि वास्तव में प्रतिस्पर्धा के तरीके खोजें, तो हम उस मंच पर अपनी जगह खो सकते हैं।”
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया वर्ष 2026 के दौरान बीबीएल के निजीकरण पर अंतिम निर्णय लेने की योजना बना रहा है।