कहानी बदल गई है, अब तीसरे दिन लंच के बाद भारत के पास लगभग अजेय बढ़त है.
अब, जबकि भारत की पारी खत्म होगी, तब यह विकेट अंग्रेजों से कठिन सवाल पूछेगी. इसके संकेत पहले दिन के पहले सत्र में ही दिखने लगे थे जब गेंद विकेट पर पड़ने के साथ पचास ग्राम मिट्टी लेकर जा रही थी और पहले ही दिन उसमें खासा घुमाव था.
तीसरे दिन के बाद विकेट पर पैरों के निशान बन गए हैं, विकेट की रही-सही नमी भी चेन्नै के सूरज ने खींच ली है. दरारें कम हैं लेकिन काली मिट्टी में इतना घुमाव है कि चौथी पारी में करीबन 400 रन के आसपास का पहाड़ (चौथी पारी में तो ठीकरे जैसी भोथरी गेंद भी चाकू बनकर बल्लेबाजों को केला साबित करेगी) बल्लेबाजों को असहाय साबित कर देगी. (तीसरे दिन चायकाल तक भारत को 416 रन की बढ़त है)
बहुत चमत्कार न हो तो हमारे स्पिनर्स अंग्रेजों को पिच पर नचनी-नाच नचाने वाले हैं. पहली पारी में अश्विन ने पांच विकेट चटकाए थे पर याद रखिए पहला टेस्ट मैच खेल रहे अक्षर पटेल ने दो विकेट लिए थे और लंबे-लंबे स्पेल में गेंदबाजी की थी. पर इन दो स्पिनरों के साथ ही घाघ तेज गेंदबाज ईशांत शर्मा ने भी दो विकेट और मोहम्मद सिराज ने भी एक विकेट झटक लिया था.
अंग्रेज बल्लेबाज बमुश्किल फॉलोऑन की शर्मिन्दगी से बच पाए थे. और उनका पहली पारी का स्कोर सिर्फ 134 रन रहा.
चेपक में इतवार के दिन विकेटों का पतन तेजी से हुआ था और सोमवार को भारत की बल्लेबाजी के समय भी यह चलता रहा. हालांकि, रविचंद्रन अश्विन और विराट कोहली ने इसे थामकर रखा और रन को काफी आगे ले गए.
इस खबर के लिखे जाने तक टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 8 विकेट खोकर 216 रन बना लिए हैं. क्रीज पर रविचंद्रन अश्विन टिके हुए हैं और 61 रन पर खेल रहे हैं. उनके साथ ईशांत शर्मा मौजूद हैं. अब दोनों बल्लेबाज इंग्लैंड के सामने रनों का इतना बड़ा लक्ष्य देना चाहते हैं कि इंग्लैंड जीतने के बारे में सोच भी सके और रक्षात्मक मुद्रा में आते ही उनपर हमारे गेंदबाज हावी हो जाएं.
पर, जिस तरह से विकेट पर गेंद कई दफा असमान उछाल के साथ बड़े कोण लेकर तिरछा रास्ता अपना रही है, मैच चौथे दिन चाय से पहले खत्म हो सकता है.