कौन बनेगा भारत का 15 वां राष्ट्रपति, द्रौपति मुर्मू या यशवंत सिन्हा ? संसद कक्ष में आज होगी वोटों की गिनती
आवाज द वॉयस /नई दिल्ली
संकटग्रस्त श्रीलंका के एक दिन बाद भारत के राष्ट्रपति पद का फैसला होने जा रहा है. भारत आज गुरुवार (21 जुलाई, 2022) को अपना 15 वां राष्ट्रपति मिलने के लिए पूरी तरह तैयार है.राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतगणना आज सुबह 11 बजे दिल्ली के संसद भवन में शुरू होगी.
वर्तमान राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को समाप्त हो रहा है और उनके उत्तराधिकारी 25 जुलाई को शपथ लेंगे.देश के शीर्ष संवैधानिक पद की दौड़ में सत्तारूढ़ भाजपा नीत राजग की द्रौपदी मुर्मू और विपक्ष के यशवंत सिन्हा शामिल हैं.
अब तक मुर्मू की जबरदस्त जीत की उम्मीद है क्योंकि कई गैर-एनडीए दलों ने अपना समर्थन देने का वादा किया है. निर्वाचित होने पर वह यह पद संभालने वाली पहली आदिवासी महिला होंगी. इसके अलावा, कई राज्यों से उनके पक्ष में क्रॉस वोटिंग की खबरें भी आई हैं.
दूसरी ओर, सिन्हा एक पूर्व नौकरशाह हैं. कुछ साल पहले भाजपा सरकार में मंत्री रह चुके हैं. उन्हांेने कहा है कि लड़ाई व्यक्तियों के बीच नहीं बल्कि विचारधाराओं के बीच है. राष्ट्रपति चुनाव के लिए 18 जुलाई को संसद भवन और राज्य विधानसभाओं के 30 केंद्रों सहित 31 स्थानों पर मतदान हुआ था. गुरुवार शाम तक परिणाम घोषित होने की उम्मीद है.
मिस्टर बैलेट बॉक्स के नाम से मशहूर बैलेट बॉक्स मंगलवार शाम सभी राज्यों से संसद भवन पहुंचे. मतदान अधिकारी गुरुवार को संसद के स्ट्रांग रूम कक्ष 63 में मतों की गिनती करेंगे, जहां बक्से को कड़ी सुरक्षा के बीच रखा गया है.
राज्यसभा के महासचिव पीसी मोदी (जो चुनाव के लिए मुख्य रिटर्निंग अधिकारी हैं) मतगणना की निगरानी करेंगे. वह पहले संसद सदस्यों के मतों की गिनती के बाद और फिर वर्णानुक्रम में 10 राज्यों के मतों की गिनती के बाद मतदान के रुझानों की जानकारी देंगे.
सूत्रों ने बताया कि वे एक बार फिर 20 राज्यों के मतों की गिनती के बाद चुनावी रुझानों की जानकारी देंगे और फिर कल मतगणना के बाद परिणाम की घोषणा करेंगे.
चुनाव आयोग के अनुसार, प्रत्येक मतपेटी को मिस्टर बैलेट बॉक्स के नाम से एक ई-टिकट जारी किया गया है.राष्ट्रपति चुनाव में सदस्यों को कोई व्हिप जारी नहीं किया गया था. लोकसभा और राज्यसभा दोनों की विधायिका, मनोनीत सदस्यों को छोड़कर, और सभी राज्यों में विधान सभा के सभी विधायक राष्ट्रपति चुनाव में निर्वाचक के रूप में कार्य करते हैं.
यहां कुल 4,809 मतदाता हैं. इनमें 776 सांसद और 4,033 निर्वाचित विधायक शामिल थे, जिनमें से सभी चुनाव में वोट देने के हकदार थे, लेकिन मनोनीत सांसद और विधायक और विधान परिषद के सदस्य नहीं.
चुनाव आयोग के अनुसार, कुल मतदाताओं में से 99 प्रतिशत से अधिक ने मतदान में अपने मताधिकार का प्रयोग किया.भाजपा के सनी देओल और संजय धोत्रे सहित आठ सांसद चिकित्सा कारणों से वोट नहीं देने वालों में शामिल हैं.