देहरादून (उत्तराखंड),
देहरादून जिले में सोमवार रात भारी बारिश हुई, जिससे ताम्सा नदी उफान पर आ गई और शहर के प्रमुख धार्मिक स्थलों में से एक तप्केश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया। मंदिर का प्रांगण पानी में डूब गया और जलस्तर हनुमान मूर्ति तक पहुंच गया, हालांकि गरुड़ स्थल सुरक्षित रहा।
मंदिर पुजारी आचार्य बिपिन जोशी ने ANI से बातचीत में बताया कि सुबह से ही नदी में पानी का प्रवाह तेज़ हो गया था और पूरे मंदिर परिसर में जलभराव हो गया।
उन्होंने कहा, "सुबह 5 बजे से नदी बहुत तेज़ बहने लगी, पूरे मंदिर परिसर में पानी भर गया... इतनी बड़ी स्थिति बहुत समय बाद हुई है... कई जगह नुकसान हुआ है... लोग इस समय नदी के पास न जाएँ... मंदिर का गरुड़ स्थल सुरक्षित है... अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है..."
स्थानीय लोगों ने भी ANI को बताया कि कैसे पानी गुफा मंदिर के अंदर बढ़ा। एक स्थानीय निवासी ने कहा कि पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है और यह अब 10-12 फीट तक पहुँच गया है।
उन्होंने बताया, "लगभग सुबह 4:45 बजे पानी गुफा में घुस गया... बाद में जब पानी का स्तर बढ़ा, तो यह 10-12 फीट तक पहुँच गया... पानी 'शिवलिंग' के ऊपर तक पहुंच गया... किसी तरह हमने रस्सी की मदद से बाहर निकला..."
एक अन्य स्थानीय निवासी ने कहा कि पानी के तेज प्रवाह के कारण मंदिर को काफी नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया, "पानी के तेज बहाव के कारण कई लकड़ियाँ बहती आईं, जिससे मंदिर को बहुत नुकसान हुआ है... इस स्थिति में सभी को नदी से दूर रहना चाहिए..."
वहीं, अधिकारियों ने बताया कि ऋषिकेश में भी भारी बारिश का असर हुआ है, जहाँ चंद्रभागा नदी सुबह से सामान्य स्तर से ऊपर बह रही है और पानी हाईवे तक पहुँच गया है।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (SDRF) ने बताया कि नदी में फंसे तीन लोगों को बचा लिया गया, जबकि कई वाहन अभी भी जलमग्न हैं। अधिकारियों ने निवासियों से सावधानी बरतने और उफनती नदियों व नालों के पास न जाने का आग्रह किया है।