कानपुर. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को कहा कि अगर विपक्षी दलों के बयानों पर गौर करें, तो मौजूदा चुनाव में लड़ाई ‘रामभक्तों’ और ‘रामद्रोहियों’ के बीच है. घाटमपुर के पतारा रेलवे स्टेशन मैदान में अकबरपुर लोकसभा सीट के लिए एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘विपक्षी दलों के बयानों से संकेत मिलता है कि ये चुनाव ‘रामभक्तों’ और ‘रामद्रोहियों’ के बीच है. जो ‘रामभक्त’ हैं, वे ‘राष्ट्रभक्त’ भी हैं.
सीएम ने यह टिप्पणी भाजपा प्रत्याशी देवेन्द्र सिंह भोले के लिए समर्थन मांगते हुए की. उन्होंने कहा, ‘‘यह महज सरकार बनाने का चुनाव नहीं है. एक तरफ, प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में, देश को एक नए आत्मनिर्भर भारत के रूप में स्थापित किया जा रहा है, वहीं दूसरी तरफ, श्रामद्रोहीश् हमें जाति और क्षेत्रीय पहचान के आधार पर विभाजित करने का काम कर रहे हैं.’’
आदित्यनाथ ने यह भी कहा, ‘‘अकबरपुर का उल्लेख मात्र से अक्सर झिझक पैदा होती है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘यह सब बदल जाएगा. हमें गुलामी की निशानियों को खत्म करना चाहिए और अपनी विरासत का सम्मान करना चाहिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘ोत्र को विकास की मुख्यधारा के साथ एकीकृत करने की जरूरत है और इसके लिए श्श्चल रहे राष्ट्रीय अभियान में मतदान के माध्यम से सक्रिय भागीदारी आवश्यक है.’’
सीएम, जो मूल रूप से एक महंत हैं, ने अपने विरोधियों पर स्पष्ट हमला करते हुए कहा, ‘‘आतंकवादियों का महिमामंडन किया जा रहा है और माफियाओं को प्रोत्साहित किया जा रहा है.’’ उन्होंने आरोप लगाया कि अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछड़ी जाति का हक अल्पसंख्यकों को देने की साजिश चल रही है.
उन्होंने तत्कालीन समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के समर्थन वाली यूपीए सरकार पर रंगनाथ मिश्रा समिति के आधार पर पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षित हिस्से में से मुसलमानों को छह प्रतिशत आरक्षण देने की सिफारिश करने का आरोप लगाया. उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस को यह प्रस्ताव तभी वापस लेना पड़ा, जब भाजपा ने इसका विरोध किया.
सीएम ने दावा किया कि सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर भी कांग्रेस ने कुछ मुस्लिम जातियों को अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की साजिश रची थी. उन्होंने कहा, “कांग्रेस लगातार विभाजनकारी राजनीति में लगी हुई है, देश के भीतर विभाजन को बढ़ावा दे रही है और विभिन्न क्षेत्रों में सक्रिय रूप से आतंकवाद और अलगाववाद को बढ़ावा दे रही है. कांग्रेस ने इस बार अपने घोषणापत्र में एक बार फिर ऐसा आरक्षण देने का वादा किया है.”
आदित्यनाथ ने कहा कि उनकी सरकार वर्तमान में क्षेत्र में गन्ने की खेती की क्षमता का आकलन करने के लिए एक सर्वेक्षण कर रही है. उन्होंने कहा कि क्षेत्र में चीनी और इथेनॉल कॉम्प्लेक्स स्थापित करने की योजना पर काम चल रहा है.
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