आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
बाघों से जुड़ी प्रदर्शनी 'जयपुर टाइगर फेस्टिवल' बृहस्पतिवार को शुरू हुई जिसका उद्घाटन राजस्थान के राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने किया।
इस अवसर पर बागडे ने राजस्थान को वीरों की धरती बताते हुए कहा कि यहां सर्वाधिक बाघ अभयारण्य ही नहीं है, बल्कि प्रकृति संरक्षण परंपराएं भी जीवंत हैं।
उन्होंने बाघों के साथ जल, जंगल और ज़मीन बचाने के लिए भी सबको मिलकर कार्य करने का आह्वान किया।
जवाहर कला केंद्र में इस आयोजन में राज्यपाल ने फोटो प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया तथा वन, वन्य जीव संरक्षण क्षेत्र में महत्वपूर्ण कार्य करने वाले विशिष्ट जनों को सम्मानित किया।
बयान के अनुसार बागडे ने कहा कि बाघों के होने से ही पारिस्थितिकी संतुलन बना रह सकता है। उन्होंने कहा कि बढ़ती मनुष्य आबादी के साथ ही बाघों के प्राकृतिक आवास तेजी से संकुचित हो रहे हैं। उन्होंने बाघ संरक्षण के लिए जागरूकता का प्रसार किए जाने का आह्वान किया।
इस आयोजन में बाघों से जुड़ी फोटो प्रदर्शनियों के साथ साथ उनसे जुड़ी किताबों एवं जंगल सफारी के काम आने वाले साजोसामान के स्टॉल भी लगे हैं।