‘भारत में किसी भी देशद्रोही का कोई भविष्य नहीं’, पीएम मोदी के पंजाब दौरे पर ब्रिटिश सिख एसोसिएशन का बयान

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 09-01-2022
 लॉर्ड रामी रेंजर
लॉर्ड रामी रेंजर

 

नई दिल्ली. ब्रिटिश सिख एसोसिएशन (बीएसए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए एक बयान जारी किया है और 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में उनकी रैली को बाधित करने वाले लोगों की निंदा की है.

बीएसए के अध्यक्ष लॉर्ड रामी रेंजर ने कहा कि पीएम का दौरा पंजाब के विकास के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है और भारत में किसी भी देशद्रोही नागरिक का कोई भविष्य नहीं है.

बयान में कहा गया है कि पंजाब के जिन लोगों ने पीएम के दौरे को बाधित किया, उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि वह राज्य को लाभ देने आए थे.

बीएसए ने कहा कि राज्य के किसानों के सम्मान के प्रतीक के रूप में तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने के बाद ही पीएम ने पंजाब का दौरा किया.

लॉर्ड रामी ने कहा, ‘पंजाब के लोगों को इन विवादास्पद कानूनों को वापस लेने के लिए पीएम के प्रति अपना सम्मान और आभार दिखाना चाहिए था, जिन्हें उन्होंने गुरु नानक देव की जयंती पर रद्द कर दिया था.’

उन्होंने आगे कहा कि पीएम संसद में अपनी ताकत के लिए पंजाब पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि पंजाब अपने भविष्य के विकास के लिए पीएम की सद्भावना पर निर्भर है.

उन्होंने कहा कि एक सीमावर्ती राज्य होने के नाते, पंजाब को आतंकवाद और पाकिस्तान द्वारा चलाई जा रही नशीली दवाओं की महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए केंद्र सरकार की जरूरत है, जिसका भविष्य की पीढ़ियों को गंभीर परिणाम भुगतना होगा.

लार्ड रेंजर ने प्रदर्शनकारियों को ‘गुमराह करने वाले लोग’ बताते हुए कहा कि उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि पीएम पंजाब को और अधिक लाभ देने आए हैं.

उन्होंने पंजाब के नेताओं से आग्रह किया कि वे प्रधानमंत्री से स्पष्ट रूप से माफी मांगें और जिस तरह से उन्हें अपनी यात्रा को कम करना पड़ा, उसके लिए अपना अत्यंत पश्चाताप दिखाएं.

कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा एक मार्ग को अवरुद्ध करने और उनके काफिले को एक फ्लाईओवर पर लगभग 15-20 मिनट बिताने के लिए मजबूर करने के बाद फिरोजपुर में प्रधानमंत्री की रैली को सुरक्षा चूक के कारण रद्द करना पड़ा.

जब यह घटना हुई उस समय पीएम हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक के रास्ते में थे.

भाजपा ने जहां सुरक्षा में चूक को प्रधानमंत्री की सुरक्षा के खिलाफ आपराधिक साजिश का गंभीर मामला करार दिया है, वहीं कांग्रेस ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा की आलोचना की है.

‘भारत में किसी भी देशद्रोही का कोई भविष्य नहीं’, पीएम मोदी के पंजाब दौरे पर ब्रिटिश सिख एसोसिएशन का बयान

नई दिल्ली. ब्रिटिश सिख एसोसिएशन (बीएसए) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का समर्थन करते हुए एक बयान जारी किया है और 5 जनवरी को पंजाब के फिरोजपुर में उनकी रैली को बाधित करने वाले लोगों की निंदा की है.

बीएसए के अध्यक्ष लॉर्ड रामी रेंजर ने कहा कि पीएम का दौरा पंजाब के विकास के लिए एक बड़ा अवसर हो सकता है और भारत में किसी भी देशद्रोही नागरिक का कोई भविष्य नहीं है.

बयान में कहा गया है कि पंजाब के जिन लोगों ने पीएम के दौरे को बाधित किया, उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि वह राज्य को लाभ देने आए थे.

बीएसए ने कहा कि राज्य के किसानों के सम्मान के प्रतीक के रूप में तीन विवादास्पद कृषि कानूनों को रद्द करने के बाद ही पीएम ने पंजाब का दौरा किया.

लॉर्ड रामी ने कहा, ‘पंजाब के लोगों को इन विवादास्पद कानूनों को वापस लेने के लिए पीएम के प्रति अपना सम्मान और आभार दिखाना चाहिए था, जिन्हें उन्होंने गुरु नानक देव की जयंती पर रद्द कर दिया था.’

उन्होंने आगे कहा कि पीएम संसद में अपनी ताकत के लिए पंजाब पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि पंजाब अपने भविष्य के विकास के लिए पीएम की सद्भावना पर निर्भर है.

उन्होंने कहा कि एक सीमावर्ती राज्य होने के नाते, पंजाब को आतंकवाद और पाकिस्तान द्वारा चलाई जा रही नशीली दवाओं की महामारी से लड़ने में मदद करने के लिए केंद्र सरकार की जरूरत है, जिसका भविष्य की पीढ़ियों को गंभीर परिणाम भुगतना होगा.

लार्ड रेंजर ने प्रदर्शनकारियों को ‘गुमराह करने वाले लोग’ बताते हुए कहा कि उन्हें यह महसूस करना चाहिए कि पीएम पंजाब को और अधिक लाभ देने आए हैं.

उन्होंने पंजाब के नेताओं से आग्रह किया कि वे प्रधानमंत्री से स्पष्ट रूप से माफी मांगें और जिस तरह से उन्हें अपनी यात्रा को कम करना पड़ा, उसके लिए अपना अत्यंत पश्चाताप दिखाएं.

कुछ प्रदर्शनकारियों द्वारा एक मार्ग को अवरुद्ध करने और उनके काफिले को एक फ्लाईओवर पर लगभग 15-20 मिनट बिताने के लिए मजबूर करने के बाद फिरोजपुर में प्रधानमंत्री की रैली को सुरक्षा चूक के कारण रद्द करना पड़ा.

जब यह घटना हुई उस समय पीएम हुसैनीवाला में राष्ट्रीय शहीद स्मारक के रास्ते में थे.

भाजपा ने जहां सुरक्षा में चूक को प्रधानमंत्री की सुरक्षा के खिलाफ आपराधिक साजिश का गंभीर मामला करार दिया है, वहीं कांग्रेस ने इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने के लिए भाजपा की आलोचना की है.