सियाचिन ग्लेशियर तक पहुंची स्वर्णिम विजय की ज्वाला

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 04-08-2021
स्वर्णिम विजय की ज्वाला
स्वर्णिम विजय की ज्वाला

 

राकेश चैरसिया  / नई दिल्ली /श्रीनगर

 वर्ष 1971 के भारत-पाक युद्ध में पाकिस्तान पर भारत की जीत के 50 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में स्वर्णिम विजय की ज्वाला मंगलवार को दुनिया के सबसे ऊंचे युद्धक्षेत्र सियाचिन ग्लेशियर की जमी हुई सीमा पर पहुंच गई.

श्रीनगर स्थित पीआरओ डिफेंस कर्नल इमरोन मुसावी ने कहा, “सियाचिन ग्लेशियर पर 22,000 फीट की ऊंचाई पर स्थित बाना पोस्ट पर पूरे सैन्य सम्मान के साथ विजय की ज्वाला का स्वागत किया गया”

उन्होंने कहा कि इस ऑपरेशन के लिए मानद कैप्टन बाना सिंह को वीरता के लिए सर्वोच्च सैन्य पुरस्कार परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया.

बाना पोस्ट को भारतीय सेना ने 1987 में एक अद्वितीय साहसी ऑपरेशन में कब्जा कर लिया था.

पीआरओ ने कहा कि बाना पोस्ट से, स्वर्णिम विजय मशाल को सियाचिन ग्लेशियर के सबसे उत्तरी बिंदु इंदिरा कर्नल में ले जाया गया, जहां भारतीय सेना के जवानों ने इसे उत्साह के साथ प्राप्त किया और देश की रक्षा के प्रति अपनी प्रतिज्ञा दोहराई.