Success achieved in tunnel construction at Ghansoli for Mumbai-Ahmedabad Bullet Train
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन परियोजना के तहत 4.88 किलोमीटर लंबी शिल्फाता-घनसोली सुरंग के निर्माण की दिशा में शनिवार सुबह कामयाबी मिली.
नेशनल हाई स्पीड रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एनएचएसआरसीएल) ने यह जानकारी दी.
केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव घनसोली शाफ्ट पर मौजूद थे, जब नियंत्रित विस्फोट के जरिए यह सफलता हासिल की गई.
न्यू ऑस्ट्रियन टनल मेथड (एनएटीएम) का उपयोग करके खोदी गई यह सुरंग, बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) और शिलफाता के बीच 21 किलोमीटर लंबे भूमिगत खंड का हिस्सा है। इसमें ठाणे क्रीक के नीचे सात किलोमीटर का खंड भी शामिल है.
एनएचएसआरसीएल ने एक विज्ञप्ति में कहा कि सुरंग की खुदाई मई 2024 में तीन चरणों में शुरू हुई थी, और 2.7 किलोमीटर के खंड की पहली सफलता नौ जुलाई को हासिल की गई थी. घनसोली और शिलफाता दोनों तरफ से एक साथ खुदाई के लिए एक अतिरिक्त मध्यवर्ती सुरंग (एडीआईटी) का निर्माण किया गया था.
विज्ञप्ति में कहा गया है कि एनएटीएम सुरंग की आंतरिक चौड़ाई 12.6 मीटर है और इसका निर्माण चुनौतीपूर्ण भूवैज्ञानिक परिस्थितियों में ड्रिलिंग, विस्फोट, सर्वेक्षण कार्यों और सहायक प्रणालियों का उपयोग करके किया गया है.
निगम ने कहा कि अगले चरण में वॉटरप्रूफिंग, लाइनिंग, फिनिशिंग और उपकरण स्थापना का काम शामिल होगा, जबकि शेष 16 किलोमीटर सुरंग निर्माण का काम टनल बोरिंग मशीनों (टीबीएम) का उपयोग करके किया जाएगा.