मैसूर. कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने शनिवार को कहा कि एमसीए छात्रा नेहा हीरेमथ की हत्या ‘लव जिहाद’ का मामला नहीं है. मुख्यमंत्री ने मैसूर में मीडियाकर्मियों से कहा, “मैं इस कृत्य की कड़ी निंदा करता हूं. हत्यारे को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. ये लव जिहाद का मामला नहीं है. सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि हत्यारे को कड़ी सजा दी जाए.”
उन्होंने कहा कि किसी की मौत को राजनीतिक कारणों से इस्तेमाल करना दुर्भाग्यपूर्ण है. मुख्यमंत्री ने कहा, “मामले का अनावश्यक रूप से राजनीतिकरण किया जा रहा है. विरोध प्रदर्शन से सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा.”
हुबली में एक कांग्रेस पार्षद की बेटी नेहा की शुक्रवार को हुबली शहर में कॉलेज परिसर के अंदर फयाज कोंडिकोप्पा ने चाकू मारकर हत्या कर दी थी. हालांकि, अन्य छात्रों ने फैयाज को पकड़ लिया और पुलिस के हवाले कर दिया.
एबीवीपी के सदस्यों और हिंदू कार्यकर्ताओं ने एमसीए छात्रा नेहा हीरेमथ की हत्या और कथित ‘लव जिहाद’ की निंदा करते हुए शनिवार को पूरे कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन किया. उन्होंने आरोपी फयाज कोंडिकोप्पा के लिए मौत की सजा की भी मांग की.
लव जिहाद एक साजिश सिद्धांत है, जिसमें आरोप लगाया जाता है कि मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं को लुभाते हैं, फंसाते हैं और उनका धर्म परिवर्तन कराते हैं.
गृह मंत्री डॉ. जी परमेश्वर के आवास पर उस समय भारी ड्रामा हो गया, जब एबीवीपी के सदस्यों ने घर का घेराव करने की कोशिश की. प्रदर्शनकारियों ने आरोपी फैयाज की तस्वीरें जलाईं और मांग की कि उसे फांसी दी जाए. पुलिस ने बिना अनुमति धरना देने पर सदस्यों को हिरासत में ले लिया और मौके से ले गई.
हत्या को लेकर हिंदू कार्यकर्ताओं ने रामनगर, कालाबुरागी और विजयपुरा जिलों में विरोध प्रदर्शन किया है. प्रदर्शनकारियों ने टायर, पुतले और फैयाज की तस्वीरें जलायीं.
जहां राइट विंग इसके पीछे ‘लव जिहाद’ की कहानी बता रहा है, वहीं एक मुस्लिम संगठन अंजुमन-ए-इस्लाम ने भी नेहा को चाकू मारने के आरोपी फयाज को कड़ी सजा देने की मांग करते हुए आवाज उठाई है. समुदाय ने हत्या की कड़ी निंदा की है और आरोपियों को कड़ी सजा देने की मांग की है.
अलनावारा, कुंडागोला, कालाघाटगी, हुबली और धारवाड़ अंजुमन के अध्यक्षों ने आयुक्त से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया को लिखे पत्र में अंजुमन-ए-इस्लाम ने आरोपी फयाज को कड़ी सजा देने का अनुरोध किया है.
ये भी पढ़ें : असम के 70 वर्षीय मेहबूब अली की राजनीतिक जुड़ाव को लेकर अपील
ये भी पढ़ें : मोमिनपुर की साइमा खान ने UPSC में 165 वीं रैंक हासिल की, बताए कामयाबी के गुर