गणतंत्र दिवस 2022ः आज राजपथ पर दिखेगी देश की सैन्य शक्ति, झांकी-परेड का प्रदर्शन भी

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 26-01-2022
गणतंत्र दिवस 2022ः आज राजपथ पर दिखेगी देश की सैन्य शक्ति, झांकी-परेड का प्रदर्शन भी
गणतंत्र दिवस 2022ः आज राजपथ पर दिखेगी देश की सैन्य शक्ति, झांकी-परेड का प्रदर्शन भी

 

आवाज द वाॅयस /नई दिल्ली
 
देश के 73वें गणतंत्र दिवस  के मौके पर बुधवार को दिल्ली के राजपथ पर भारतीय सैन्य शक्ति और सांस्कृतिक बदलाव की झलक देखने को मिलेगी. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद राजपथ पर तिरंगा लहराएंगे. 26 जनवरी 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ और भारत एक पूर्ण गणराज्य बन गया.

 इस बार भारत भी आजादी के 75 साल मना रहा है. स्वतंत्रता दिवस परेड-2022 भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ का प्रतीक है, जिसे पूरे देश में ‘स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव‘ के रूप में मनाया जा रहा है.
 
इसलिए इस बार गणतंत्र दिवस और उसके समारोह को शानदार तरीके से मनाया जा रहा है. इसके लिए सरकार ने कई कार्यक्रमों की घोषणा भी की है.
 
समारोह के दौरान राजपथ पर परेड सुबह 10 के बजाय 10ः30 बजे शुरू होगी. भीषण कोहर को देखते हुए समय में बदलाव किया गया है. कोविड-19 की स्थिति को देखते हुए दर्शकों के लिए सीटों की संख्या में काफी कमी की गई है. इस साल केवल 5,000 से 8,000 लोगों को ही शामिल होने की अनुमति दी गई है.
 
 सरकार लोगों से इस कार्यक्रम को ऑनलाइन देखने के लिए पोर्टल पर पंजीकरण करने का आग्रह कर रही है. उन्हें इस दौरान बेस्ट मार्चिंग ग्रुप के लिए वोट करने और पसंदीदा कैटेगरी में झांकने का भी मौका मिलेगा.
 
रक्षा मंत्रालय के मुताबिक गणतंत्र दिवस परेड की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के राष्ट्रीय युद्ध स्मारक के दौरे से होगी. प्रधानमंत्री फूल बरसाने और शहीदों को श्रद्धांजलि देने में देश का नेतृत्व करेंगे.
 
परंपरा के अनुसार राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा. 21 तोपों की सलामी दी जाएगी. परेड की शुरुआत राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की सलामी के साथ होगी.
 
परेड की कमान दूसरी पीढ़ी के सैन्य अधिकारी, परेड कमांड, लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा, अति विशिष्ट सेवा पदक संभालेंगे. दिल्ली के चीफ ऑफ स्टाफ मेजर जनरल आलोक कक्कड़ परेड के सेकेंड-इन-कमांड होंगे.
 
भारतीय सेना की टुकड़ी
 
ग्वालियर के पूर्व लांसर्स की वर्दी में पहली टुकड़ी 61 कैवेलरी होगी जिसका नेतृत्व मेजर शहीदंजय सिंह चैहान करेंगे. इसका गठन 1 अगस्त, 1953 को 6 राज्य बलों की घुड़सवार इकाइयों को मिलाकर किया गया था.
 
भारतीय सेना का प्रतिनिधित्व 61 माउंटेड कॉलम, 14 मैकेनाइज्ड कॉलम, छह मार्चिंग ट्रूप्स और आर्मी एविएशन एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर (एएलएच) करेंगे.  ऑन-टैंक ट्रांसपोर्टर भी होंगे.
 
इसके अलावा दो धनुष तोप सिस्टम, एक पीएमएस ब्रिज और दो सरवन ब्रिज सिस्टम, एक एचटी-16 (वाहन पर) और दो तरंग संचालित इलेक्ट्रॉनिक युद्ध प्रणाली, एक टाइगर कैट मिसाइल और दो आकाश मिसाइल सिस्टम मैकेनाइज्ड कॉलम फोकस होंगे. इसके अलावा सेना की अन्य रेजीमेंट सैल्यूट स्टेज के आगे मार्च करेंगी.
 
भारतीय नौसेना दल
 
रक्षा मंत्रालय ने कहा कि नौसेना का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांड आंचल शर्मा करेंगीं . इसमें 96 युवा नाविक और चार अधिकारी शामिल होंगे. इसके बाद नौसेना पर एक नजर डाली जाएगी, जिसे भारतीय नौसेना की बहुमुखी क्षमताओं को प्रदर्शित करने और ‘आत्मनिर्भर भारत‘ के तहत महत्वपूर्ण कार्य को उजागर करने के लिए डिजाइन किया गया है.
 
झाँकी के अगले भाग में 1946 के नौसैनिक विद्रोह को दर्शाया गया है, जिसने स्वतंत्रता के लिए भारत के संघर्ष में एक प्रमुख भूमिका निभाई थी. अंतिम खंड 1983 से 2021 तक भारतीय नौसेना की ‘मेक इन इंडिया‘ पहल को चिह्नित करता है. नए विक्रांत का एक मॉडल, जिसमें एलसीए नेवी भी शामिल है, जो हवा से घिरी हुई है, जिसमें स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित लड़ाकू बार के मॉडल हैं.
 
वायु सेना
 
भारतीय वायु सेना की टुकड़ी में 96 वायु सेना के सैनिक और चार अधिकारी शामिल हैं. इसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर प्रशांत स्वामी नाथन करेंगे. वायु सेना का शीर्षक ‘भारतीय वायु सेना, भविष्य के लिए परिवर्तन‘ है. पीक-ए-बोग मिग -21, जी-नेट, लाइट कॉम्बैट हेलीकॉप्टर और राफेल विमान के स्केल डाउन मॉडल के साथ अश्लेषा रडार को दर्शाता है.
 
रक्षा क्षेत्र में देश की तकनीकी प्रगति के दो मुख्य आकर्षण प्रदर्शित करेगा. इसके अलावा भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी), केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) और दिल्ली पुलिस भी सलामी मंच के सामने मार्च करेंगे. नेशनल कैडेट कॉर्प्स (एनसीसी) बॉयज मार्चिंग स्क्वाड, जिसमें 100 सीनियर डिवीजन कैडेट शामिल हैं, का नेतृत्व सीनियर अंडर-ऑफ रूपिंदर सिंह चैहान कर रहे हैं.