आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
रिवायती ढर्रे से इतर जुमे की नमाज के खुतबे में पॉजिटिव, समयानुसार बातें करने और तालीम-रोजगार के हवाले से सक्सेस स्टोरी पर चर्चा करने के नए आइडिया के साथ देश में एक नए इमाम एसोसिएशन के गठन की सुगबुगाहट शुरू हो गई है. इसके बारे में एक मत रखने वाले जगह-जगह बैठ कर हैं और ऐसे संगठन की जरूरत होने, न होने पर गहन विचार-विमर्श किया जा रहा है.
इमामों से सहमति पत्र भी भरवाए जा रहे हैं.ऐसी बैठकों में शामिलइमामों को यह आइडिया काफी पसंद आ रहा है.ऐसी ही एक बैठक बरेली जिले के आला हजरत डिग्री कॉलेज देओरानिया में हुई जिसमें 16मस्जिदों के इमामों ने हिस्सा लिया. बैठक में शामिल होने वाले इमामों में मुख्य रूप से
मौलाना निजामुद्दीनकारी, मौलाना अजीम,मौलाना मंजूर मिस्बाही, मौलाना शफीक उद्दीन रिजवी,कारी निसार अहमद, दिल्ली के मुफ्ती अशफाक हुसैन कादरी और कारी अब्दुल वहीद आदि शामिल हुए . मीटिंग में मौलाना हनीफ रजा खान (चेयरमैन इमाम अहमद रजा अकादमी), मौलाना सगीर जोखनपुरी और हाफिज इकराम (चेयरमैन देओरानिया नगर पालिका) ने भी शिरकत की .
मीटिंग में आए सभी इमाम ने फॉर्म में अपनी पूरी डिटेल भरी. सभी इमामों ने प्रस्तावित संगठन से जुड़ने की इच्छा जताई और इसे समय के अनुरूप बताया .ऐसी ही एक बैठक 30जून को फातिमा गर्ल्स कॉलेज पीलीभीत और लखीमपुर खीरी में हुई, जिसमें 25 इमामों के हिस्सा लिया. मीटिंग में सभी ने एक स्वर में नए इमाम संगठन से जुड़ने और इसे आगे बढ़ाने की इच्छा जताई.
बैठक में दिल्ली से मौलाना अशफाक हुसैन कादरी और हाफिज इस्लाम ने शिरकत की. बैठक में मौलाना इरफान उल हक कादरी,मौलाना रईसुद्दीन नूरी, मौलाना तारिक मिस्बाही, मौलाना अनवारुल हसन,मुफ्ती मोहम्मद नफीस,मौलाना इंतजार , मौलाना अब्दुल जलील निजामी, नूरी बाबा चिश्ती (काजी शहर शाहजहांपुर) भी मौजूद रहे.
रामपुर के जामिया रजविया में 3जुलाई को हुई ऐसी ही एक बैठक में जिले के 14इमामों ने हिस्सा लिया. मीटिंग में जिले की मशहूर दरगाह भुतपूरा शरीफ के सज्जादा कासिम मियां ने भी शिरकत की और इमाम संगठन की जरूरत पर बल दिया. मीटिंग में दिल्ली से मौलाना अशफाक हुसैन कादरी और लखनऊ से एमएसओ के उपाध्यक्ष अबु अशरफ ने शिरकत की.
मुफ्ती बिलाल मंजरी, मुफ्ती सरवर राजा खान,मौलाना इरफान उल हक,मौलाना नजमी मिस्बाही,मौलाना आरिफ बरकाती, प्रिंसिपल मदरसा इस्लामिया अजीतपुर, मुफ्ती अजीम अजहरी आदि मौजूद रहे.मीटिंग में इमामों ने इस बात पर जोर दिया कि जुमा खुतबे का कंटेंट करंट अफेयर्स पर तो अवाम का रिस्पांस बेहतर मिलेगा.
मीटिंग में इमामों ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह से एक संगठन की वक्त की जरूरत है. अवाम भी अब रिवायती ढर्रे से हटकर जुमा में पॉजिटिव और वक्ती जरूरत के हिसाब से बातें सुनना चाहती है.यह सही समय है कि इस संगठन की शुरुआत की जाए ताकि तालीम और रोजगार के हवाले से सक्सेस स्टोरी को जुमे के खुतबे में बयां की जाए.