ठाणे,
नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा (NMIA) गुरुवार को संचालन में आने के साथ ही स्थानीय नेता और कार्यकर्ता दिवंगत डी बी पाटिल के नाम पर हवाईअड्डा रखने की मांग को नई मजबूती मिली है।गुरुवार सुबह 8 बजे इंडिगो की बेंगलुरु से पहली उड़ान NMIA की रनवे पर उतरी और वाणिज्यिक संचालन की शुरुआत हुई। इस अवसर पर पूर्व सांसद संजीव नाइक ने हवाईअड्डे के संचालन के आरंभ होने पर खुशी व्यक्त की।
पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने कहा, “यह बेहद खुशी की बात है। जब मैं सांसद बना था, तब नवी मुंबई के लिए अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डा सुनिश्चित करने के लिए संसद में लंबी लड़ाई लड़ी गई थी। इस दिन को देखने में लगभग 15 साल लग गए। यह हवाईअड्डा केवल नवी मुंबई के लिए नहीं, बल्कि पूरे देश के विकास में योगदान देगा।”
नाइक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का हवाईअड्डा शुरू करने के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि इसे दिवंगत डी बी पाटिल के नाम पर रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा, “सभी नवी मुंबईकरों की यही इच्छा है कि हवाईअड्डे का नाम डी बी पाटिल साहब के नाम पर रखा जाए। यदि आज इसका नाम उनके नाम पर रखा गया होता, तो हमारी खुशी दोगुनी हो जाती।”
हवाईअड्डे पर उपस्थित डी बी पाटिल के परिवार के सदस्यों ने भी यही भावना व्यक्त की। उन्होंने हवाईअड्डा शुरू होने की खुशी जताते हुए आशा जताई कि जल्द ही नामकरण के मुद्दे का समाधान हो जाएगा।
दिंकऱ बाळू पाटिल, जिन्हें डी बी पाटिल के नाम से जाना जाता है, सांसद और विधायक के रूप में कार्य कर चुके थे और 2013 में उनका निधन हुआ। उन्हें नवी मुंबई के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने और भूमि अधिग्रहण से प्रभावित लोगों के अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाला नेता माना जाता है।
स्थानीय लोग और राजनीतिक कार्यकर्ता मानते हैं कि डी बी पाटिल के नाम पर हवाईअड्डे का नाम रखना न केवल उनके योगदान को सम्मान देगा, बल्कि नवी मुंबई की पहचान को और मजबूत करेगा। हवाईअड्डा अब न केवल व्यावसायिक उड़ानों के लिए तैयार है, बल्कि देश और राज्य के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।