मुजफ्फरपुर : मुस्लिम समाज ने पाकिस्तान में शिया नरसंहार के खिलाफ दिया धरना

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 03-08-2024
Protest against the Shia massacre in Pakistan
Protest against the Shia massacre in Pakistan

 

मुजफ्फरपुर. मुजफ्फरपुर जिले के शिया समुदाय के लोग पाकिस्तान में अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों के नरसंहार को लेकर धरने पर बैठे हैं. अल्पसंख्यक समुदाय को लगातार निशाना बनाकर हत्या किए जाने के खिलाफ दुनिया के देशों से अपील की है. साथ ही उन्होंने पाकिस्तान को आतंकवादियों का ठिकाना बताया है. उन्होंने कहा कि आईएसआई और आतंकियों के इशारे पर पाकिस्तान की सरकार नरसंहार करवा रही है.

अमर उजाला की एक रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान के पाराचिनार इलाके में बीते दिनों अल्पसंख्यक समुदाय के हुए नरसंहार, लोगों पर हमले और शिया मुसलमानों पर लगातार जुल्म जारी है. इसे लेकर शनिवार को मुजफ्फरपुर में मुस्लिम समुदाय ने पाकिस्तान सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर नारेबाजी की. जिला समाहरणालय के धरना स्थल पर शिया मुसलमानों ने पाकिस्तान के खिलाफ की नारेबाजी करते हुए दुनिया भर के अल्पसंख्यक समुदाय के नागरिकों और धार्मिक समुदाय के नेताओं को एकजुट होकर विरोध करने की अपील की.

प्रदर्शनकारी मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ दुनिया भर के लोग एक जुट होकर विरोध-प्रदर्शन करें. मुहर्रम महीने में इस हमले का लगातार विरोध किया जा रहा है और आगे भी करेंगे.

मुजफ्फरपुर में प्रदर्शन कर रहे शिया मुसलमानों का आरोप है कि जब पूरी दुनिया भर के देशों में किसी भी अल्पसंख्यक समुदाय पर कोई हमला होता है और उनका नरसंहार होता है, तब पूरी दुनिया में से कोई भी देश आगे आकर उसका विरोध नहीं करता है. लेकिन जब कोई बड़ी आबादी वाले देश पर हमला होता है तो दुनिया के ताकतवर देश अपनी एकजुटता का परिचय देते हुए विरोध करते हैं. हम दुनिया भर के सभी अल्पसंख्यक समुदाय के देश और नेताओं से अपील करते हैं कि आप आगे आएं और इस तरह के नरसंहार का मजबूती से विरोध करें. ताकि आतंकवादियों को पालने वाले पाक और इनके जैसे देश का नकाब के पीछे का चेहरा सभी देशों के सामने आ सके.

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में मजलिस ए मातम के दौरान में हुआ हमला इसका ताजा उदाहरण है. जब भी शिया मुसलमानों पर हमला होता है, तब कोई भी देश शिया मुसलमानों के हक में आवाज नहीं उठाता है या हमले की निंदा नहीं करता है. चूंकि शिया मुसलमान पाकिस्तान सहित पूरी दुनिया में कम संख्या में हैं और इसलिए उनके साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है.

 

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