Low pressure area forms over Bay of Bengal, heavy rains predicted in parts of Andhra Pradesh
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर मंगलवार सुबह कम दबाव का क्षेत्र बन गया। यह क्षेत्र के ऊपर ऊपरी हवा के चक्रवाती परिसंचरण के प्रभाव से बना है। यह जानकारी मौसम विभाग ने दी।
विभाग ने बताया कि यह प्रणाली सोमवार को दक्षिण-पूर्व और समीपवर्ती दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में बने चक्रवाती परिसंचरण के बाद दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर सुबह 5.30 बजे बना।
मौसम विभाग ने कहा, ‘‘दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के ऊपर कम दबाव का क्षेत्र बन गया है और इसके पश्चिम-पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ने तथा अगले 36 घंटे के दौरान दक्षिण-पश्चिम और समीपवर्ती पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर दबाव के रूप में और तीव्र होने का अनुमान है।"
इस बीच, विभाग ने सात दिनों का मौसम पूर्वानुमान जारी किया है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश (एससीएपी) और रायलसीमा के कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी।
मौसम विभाग ने 21 से 23 अक्टूबर तक उपरोक्त क्षेत्रों में भारी से बहुत भारी वर्षा होने का अनुमान जताया है, साथ ही 55 किलोमीटर प्रति घंटे तक की गति से तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
इसी अवधि के दौरान उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश, यनम, एससीएपी और रायलसीमा में गरज के साथ बारिश होने का भी अनुमान है, जबकि 26 और 27 अक्टूबर को उत्तरी तटीय आंध्र प्रदेश (एनसीएपी) और यनम में भारी बारिश का अनुमान है।
इस बीच, आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने लोगों को पेड़ों के नीचे खड़ा न होने की सलाह दी और चेतावनी दी कि तटीय क्षेत्र में तेज़ हवाएं चलेंगी।