अनंतनाग. अनंतनाग के उपायुक्त और रिटर्निंग ऑफिसर सईद फखरुद्दीन हामिद ने घोषणा की कि 25 उम्मीदवारों ने जम्मू और कश्मीर में अनंतनाग-राजौरी लोकसभा सीट के लिए नामांकन पत्र जमा किया है. उन्होंने बताया कि नामांकन 22 अप्रैल तक वापस लिए जा सकेंगे और प्रतीक चिन्ह आवंटन 23 अप्रैल को किया जाएगा.
हामिद ने शुक्रवार को कहा, ‘‘हमें 28 नामांकन पत्र प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 3 उम्मीदवारों ने अपने नामांकन पत्र दो बार जमा किए हैं. इस प्रकार हमारे पास पच्चीस उम्मीदवार हैं. जांच की तारीख शनिवार सुबह 10 बजे निर्धारित की गई है. नामांकन वापस लेने की अंतिम तिथि 22 अप्रैल है और प्रतीकों का आवंटन 23 अप्रैल को होगा.’’
अनंतनाग-राजौरी से चुनाव लड़ने वाले प्रमुख उम्मीदवारों में पीडीपी की महबूबा मुफ्ती, नेशनल कॉन्फ्रेंस के मियां अल्ताफ, अपनी पार्टी के जफर इकबाल मन्हास और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी के मोहम्मद सलीम पर्रे शामिल हैं.
शुक्रवार को लोकसभा चुनाव के पहले चरण में जम्मू-कश्मीर की उधमपुर सीट पर मतदान हुआ. लोकसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान शुक्रवार को संपन्न होने के बाद उधमपुर निर्वाचन क्षेत्र में 68.27 प्रतिशत मतदान हुआ.
अनुच्छेद 370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में यह पहला लोकसभा चुनाव है. जम्मू-कश्मीर की पांच सीटों पर पांच चरणों में चुनाव होंगे. जहां उधमपुर में शुक्रवार को मतदान हुआ, वहीं जम्मू में 26 अप्रैल, अनंतनाग-राजौरी में 7 मई, श्रीनगर में 13 मई और बारामूला में 20 मई को मतदान होगा.
पहले जम्मू-कश्मीर के लिए छह सीटें थीं, जिनमें लद्दाख भी शामिल था. लेकिन, संसद द्वारा अनुच्छेद 370 को निरस्त किये जाने के बाद, लद्दाख में कोई लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र नहीं है. 2019 के चुनावों में, भाजपा ने तीन सीटें जीतीं, जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अन्य तीन सीटें जीतीं.
ये भी पढ़ें : असम के 70 वर्षीय मेहबूब अली की राजनीतिक जुड़ाव को लेकर अपील
ये भी पढ़ें : मोमिनपुर की साइमा खान ने UPSC में 165 वीं रैंक हासिल की, बताए कामयाबी के गुर