केरल के मुसलमान चाहते हैं कि बिशप जिहाद वाली टिप्पणी वापस लें

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 22-09-2021
बिशप मार जोसेफ कल्लारंगाटी
बिशप मार जोसेफ कल्लारंगाटी

 

तिरुवनंतपुरम. राज्य में ‘लव जिहदार और नारकोटिक्स जिहाद’ के प्रसार पर एक कैथोलिक बिशप द्वारा दिए गए विवादास्पद बयान पर चर्चा करने के लिए बुधवार को कोझीकोड में विभिन्न मुस्लिम संगठनों की एक बैठक चाहती थी कि वह अपनी टिप्पणी वापस लें.

9 सितंबर को कोट्टायम जिले के कुरुविलांगड में मार्थ मरियम पिलग्रिम चर्च में एक समारोह में बोलते हुए पाला आर्चडीओसीज के बिशप मार जोसेफ कल्लारंगट ने आरोप लगाया कि केरल में गैर-मुसलमानों को ‘लव एंड नारकोटिक जिहाद’ के अधीन किया जाता है, जो लोगों को नशे का आदी बनाकर जीवन खराब कर रहा है, खासकर युवाओं का.

बैठक समाप्त होने के तुरंत बाद मीडिया को संबोधित करते हुए, आईयूएमएल के वरिष्ठ नेता पनक्कड़ सादिक अली शिहाब थंगल ने कहा कि बिशप द्वारा दिया गया बयान गलत था और यह स्पष्ट रूप से मुस्लिम समुदाय की ओर इशारा करता है.

उन्होंने कहा, “भले ही बयान अच्छा नहीं था, हम मुस्लिम समुदाय ने इस पर बहुत परिपक्व तरीके से प्रतिक्रिया व्यक्त की. हम कोई मुद्दा नहीं बनाना चाहते थे. बैठक में निष्कर्ष निकाला गया कि बिशप को अपनी टिप्पणी वापस लेनी चाहिए. सरकार को भी चाहिए सिर्फ एक दर्शक नहीं होना चाहिए और हस्तक्षेप करना चाहिए.”

उन्होंने कहा, “हमारा राज्य हमेशा सभी के धर्मनिरपेक्ष रुख के लिए जाना जाता है और सभी को यह देखना चाहिए कि उनके शब्दों से किसी भी तरह का घर्षण पैदा करने के लिए कुछ भी नहीं किया जाए.”