तिरुवनंतपुरम
केरल सरकार ने एर्नाकुलम से बेंगलुरु जाने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में स्कूली बच्चों से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का गीत गवाने के कथित मामले की जांच के आदेश जारी किए हैं। यह घटना ट्रेन के उद्घाटन समारोह के बाद सामने आई थी, जिसके बाद राज्य सरकार ने इसे गंभीरता से लिया है।
राज्य के सामान्य शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी ने लोक शिक्षण निदेशक (डीपीआई) को इस मामले में विस्तृत जांच कर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश दिए हैं। मंत्री के कार्यालय से जारी बयान में कहा गया है कि सरकार बच्चों को किसी राजनीतिक या सांप्रदायिक एजेंडे से जोड़ने के किसी भी प्रयास को संवैधानिक मूल्यों के खिलाफ मानती है।
शिवनकुट्टी ने कहा, “सरकारी कार्यक्रमों में बच्चों का राजनीतिकरण अस्वीकार्य है। लोक शिक्षण निदेशक को तुरंत जांच शुरू कर रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार देश के धर्मनिरपेक्ष और राष्ट्रीय मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और ऐसे मामलों में सख्त रुख अपनाया जाएगा।
वहीं, केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी ने बच्चों द्वारा गीत गाए जाने का बचाव किया। उन्होंने त्रिशूर में पत्रकारों से कहा, “यह बच्चों की स्वाभाविक खुशी का प्रदर्शन था। उन्हें जो गीत पसंद आया, उन्होंने वही गाया। यह किसी तरह का अतिवादी गीत नहीं था।”
शनिवार को वंदे भारत एक्सप्रेस में छात्रों द्वारा गीत गाए जाने का वीडियो सामने आने के बाद केरल में राजनीतिक विवाद छिड़ गया। मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने दक्षिण रेलवे की निंदा करते हुए कहा कि यह कृत्य संवैधानिक सिद्धांतों का उल्लंघन है और सरकारी कार्यक्रमों में आरएसएस के गीतों को शामिल करना अस्वीकार्य है।
विधानसभा में विपक्ष के नेता वी. डी. सतीशन ने भी घटना की आलोचना करते हुए इसे “अवैध और अलोकतांत्रिक” बताया।
तीखी प्रतिक्रियाओं के बाद दक्षिण रेलवे ने सोशल मीडिया से संबंधित पोस्ट हटा दी थी, हालांकि बाद में उसने फिर से ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर छात्रों के गीत का वीडियो साझा करते हुए कहा, “सरस्वती विद्यालय के छात्रों ने एर्नाकुलम-बेंगलुरु वंदे भारत एक्सप्रेस के उद्घाटन समारोह में अपने स्कूल गीत की सुंदर प्रस्तुति दी।”