J&K government's cabinet meeting held in Pahalgam, Omar Abdullah said- we are not afraid of terrorists
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
विशेष कैबिनेट की बैठक समाप्त होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि शांति के दुश्मन कभी भी हमारे संकल्प को प्रभावित नहीं करने वाले हैं.
Pahalgam Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला (Omar Abdullah) की अगुवाई वाली राज्य सरकार पहलगाम में आतंकी हमले होने के एक महीने बाद वहां पर एक विशेष कैबिनेट बैठक कर रही है. सरकार का उद्देश्य है कि आतंकियों को स्पष्ट संदेश दिया जा सके कि हम आतंकवाद की कायरतापूर्ण हरकतों से नहीं डरने वाली है. बैठक खत्म होने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय ने कुछ तस्वीरें शेयर की हैं और एक्स पोस्ट में लिखा कि पहलगाम विधायक अल्ताफ कालू के नेतृत्व में विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिनिधियों से मुलाकात की. इसके साथ ही स्थानीय मुद्दों और आकांक्षाओं पर बहुमूल्य जानकारी साझा की है.
ठोस कदमों से डर कम होगा
विशेष कैबिनेट की बैठक समाप्त होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने कहा कि शांति के दुश्मन कभी भी हमारे संकल्प को प्रभावित नहीं करने वाले हैं. हमारे साथ जम्मू-कश्मीर भी दृढ़, सशक्त और निडर है. यह पहली बार था जब कि किसी कैबिनेट बैठक को श्रीनगर की जगह पहलगाम में बुलाया गया है. पहलगाम में बैठक का उद्देश्य आतंकी हमले के बाद बुरी तरह से प्रभावित हुए जम्मू-कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र को एक फिर से जिंदा करना है. केंद्र सरकार ने पीएसयू को कश्मीर में संसदीय समिति की बैठकें आयोजित करने का आदेश देने का आग्रह किया गया था. इसके साथ ही उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की बैठक में यह अपील की थी. सीएम अब्दुल्ला का स्पष्ट मानना है कि सरकार के इन ठोस कदमों की वजह से जनता का डर काफी हद तक कम होगा.
पहले भी कई बार श्रीनगर के बाहर हुई बैठक
बता दें कि साल 2009-14 में अब्दुल्ला ने जम्मू-कश्मीर के गुरेज, माछिल और तंगधार के अलावा जम्मू क्षेत्र के राजौरी और पुंछ क्षेत्रों जैसे दूरदराज में कैबिनेट की मीटिंग्स बुलाई थी. उस वक्त बैठकों का यही उद्देश्य था कि सरकार जनता के साथ है और उन्हें किसी भी स्थिति में डरने की जरूरत नहीं है. बता दें कि केंद्र शासित प्रदेश सरकार की यही उद्देश्य है कि आतंकी घटना के बाद वहां पर जिस तरह का डर का माहौल पैदा हुआ है उसे खत्म किया जाए और पर्यटन स्थल को एक बार फिर उसी नई ऊर्जा के साथ शुरू किया जाए. आपको बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर सरकार ने 28 अप्रैल को जम्मू एक दिवसीय विशेष विधानसभा सत्र में पहलगाम आतंकी हमले के खिलाफ प्रस्ताव भी पारित किया गया था.