श्रीनगर से हज यात्रियों का पहला जत्था सऊदी अरब के लिए रवाना

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 09-05-2024
First batch of Haj pilgrims from Srinagar leaves for Saudi Arabia
First batch of Haj pilgrims from Srinagar leaves for Saudi Arabia

 

श्रीनगर. श्रीनगर से तीर्थयात्रियों का पहला जत्था हज करने के लिए गुरुवार को सऊदी अरब के मदीना के लिए रवाना हुआ. एक हज यात्री ने कहा, ‘‘हमें सभी आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए हम (केंद्र) सरकार के आभारी हैं. हमें खुशी है कि अल्लाह ने हमें इतनी कम उम्र में हज करने के लिए चुना है. मैं कश्मीर में ख़ुशी और स्थायी शांति के लिए प्रार्थना करूंगा.’’

तीर्थयात्रियों का पहला जत्था गुरुवार तड़के दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से वार्षिक हज यात्रा पर रवाना हुआ. दिल्ली राज्य हज समिति के अध्यक्ष कौसर जहां ने एएनआई को बताया, ‘‘आज, हज 2024 के लिए पहली उड़ान 285 लोगों के साथ सुबह 2.20 बजे (9 मई) मदीना के लिए रवाना हुई. मैं सभी तीर्थयात्रियों को बधाई देना चाहता हूं और उनकी सुरक्षित यात्रा की कामना करता हूं. तीर्थयात्रियों के लिए समर्थन और सुविधाएं बेहतर हो रही हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में हमने तीर्थयात्रियों की सुविधा के साथ-साथ यात्रा के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए इस साल ‘हर सुविधा’ मोबाइल एप्लिकेशन पेश किया है. इससे एक तीर्थयात्री सीधे नियंत्रण कक्ष और सहायता केंद्र पर पहुंच जाता है. इस साल हज के लिए दिल्ली से प्रस्थान करने के लिए 16,500 तीर्थयात्रियों ने पंजीकरण कराया है.’’

इस बीच, राजस्थान के पाली जिले के अधिकारियों ने कहा कि सऊदी अरब के लिए प्रस्थान करने से पहले लगभग 80 तीर्थयात्रियों को टीका लगाया जाना है. राज्य की हज समिति के अध्यक्ष मोहम्मद अय्यूब खान ने कहा, ‘‘इस साल हज यात्रियों के लिए टीकाकरण की उचित व्यवस्था की गई है. हज के लिए रवाना होने से पहले तीर्थयात्रियों को पोलियो, इन्फ्लूएंजा और मैंगलोर मेनिनजाइटिस के खिलाफ टीके लगाए जा रहे हैं. हम सभी ने देखा कि कैसे कोविड-19 महामारी के दौरान टीके जीवनरक्षक साबित हुए, इससे टीकाकरण शिविर का महत्व स्पष्ट होता है.’’

पाली के मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. श्रीराम यादव ने कहा, ‘‘तीर्थयात्रा से पहले कुल 80 तीर्थयात्रियों को टीके लगाए जाने हैं. उनमें से 70 को पहले ही टीके लग चुके हैं.’’

कांसुलर, पासपोर्ट, वीजा और प्रवासी भारतीय मामलों के सचिव मुक्तेश के परदेशी ने मंगलवार को जेद्दा और मदीना में हज 2024 की तैयारियों की समीक्षा की. हज इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है, जिनमें से अन्य हैं शाहदा (विश्वास), सलाह (प्रार्थना), जकात (दान) और रोजा (उपवास).

हर साल, दुनिया भर के लाखों मुसलमान मक्का की पवित्र तीर्थयात्रा पर जाते हैं. इस्लामी आस्था के विश्वासियों द्वारा आध्यात्मिक यात्रा को बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह उन्हें अल्लाह से जुड़ने, क्षमा मांगने और अपने विश्वास को मजबूत करने का अवसर प्रदान करता है.

मीना जाने वाले लोगों में शामिल होने, भीड़ के साथ लबैक दोहराने और हज की रस्में निभाने की इच्छा दुनिया भर में अनगिनत मुसलमानों द्वारा साझा की जाने वाली भावना है. हज जीवन के विभिन्न क्षेत्रों के लोगों को एक सामान्य उद्देश्य की ओर खींचता है - अपने मतभेदों को दूर करना और अल्लाह के सामने एक दूसरे को समान रूप से गले लगाना.

 

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