आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
दिल्ली दमकल सेवा को दिवाली की रात आग लगने संबंधी 269 फोन आए, जो पिछले साल के 318 के आंकड़े से लगभग 15 प्रतिशत कम है और पिछले 13 वर्षों में सबसे अधिक है। एक अधिकारी ने मंगलवार को यह जानकारी दी।
अधिकारी ने बताया कि हालांकि इस साल दिवाली के दौरान आग लगने संबंधी घटनाओं में किसी की जान जाने या किसी के घायल होने सहित किसी बड़ी घटना की कोई सूचना नहीं थी।
अधिकारी ने बताया, ‘‘हमें मध्यरात्रि तक आग लगने संबंधी 269 फोन आए। इनमें से 122 फोन कॉल पटाखों से संबंधित थीं। सौभाग्य से कोई बड़ी घटना नहीं हुई। अधिकतर कॉल पटाखों और दीयों से लगी छोटी-मोटी आग से संबंधित थीं। हालांकि, हमें दो मेक-4 और एक मेक-6 (आग लगने की श्रेणी) कॉल प्राप्त हुईं।’’
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि विभाग पूरे त्योहार के दौरान हाई अलर्ट पर था और सभी दमकल केंद्रों एवं त्वरित प्रतिक्रिया टीम को समूचे शहर में तैनात किया गया था।
अधिकारी ने कहा, ‘‘त्योहारों के दौरान जनता की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए पहले से ही विस्तृत योजना बनाई गई थी। सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई थीं और यह सुनिश्चित किया गया था कि सभी वाहनों और अग्निशमन उपकरणों की जांच की जाए और उन्हें तुरंत कार्रवाई के लिए तैयार रखा जाए।’’
अधिकारी ने कहा, ‘‘दिल्ली अग्निशमन सेवा दिवाली के दौरान आग से संबंधित घटनाओं से निपटने और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।’’
उन्होंने कहा कि पिछले साल डीएफएस को दिवाली की रात 318 आपातकालीन फोन कॉल आए थे, जो 2011 के बाद से सबसे अधिक है।
डीएफएस के आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्षों में दिवाली के दौरान आग संबंधी फोन कॉल की दर्ज संख्या 2011 में 206, 2012 में 184, 2013 में 177, 2014 में 211, 2015 में 290, 2016 में 243, 2017 में 204, 2018 में 271, 2019 में 245, 2020 में 205, 2021 में 152, 2022 में 201 और 2023 में 208 थी।