जी-23 नेताओं की मांग पर कांग्रेस के कार्यकारिणी की बैठक

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 09-10-2021
 जी-23 के वरिष्ठ नेताओं की मांग पर के कांग्रेस ने बुलाई 'सीडब्ल्यूसी'
जी-23 के वरिष्ठ नेताओं की मांग पर के कांग्रेस ने बुलाई 'सीडब्ल्यूसी'

 

नई दिल्ली. कांग्रेस की नीति निर्धारक सर्वोच्च इकाई कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) की बैठक, 16 अक्टूबर को 24 अकबर रोड़ स्थित पार्टी मुख्यालय में होगी. कांग्रेस पार्टी के अनुसार सुबह 10 बजे आयोजित होने वाली इस बैठक में संगठनात्मक चुनावों और विधान सभा चुनावों पर चर्चा होगी.

 
कांग्रेस के संगठन महासचिव के सी वेणुगोपाल ने शनिवार को ट्वीट कर कहा, कांग्रेस कार्य समिति की बैठक 16 अक्टूबर को सुबह 10 बजे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यालय 24 अकबर रोड पर बुलाई गई है, ताकि मौजूदा राजनीतिक हालात, आगामी विधानसभा चुनावों और संगठनात्मक चुनावों पर चर्चा की जा सके.
 
वहीं इससे पहले कांग्रेस महासचिव और प्रमुख प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी कहा था कि कांग्रेस की शीर्ष नीति निर्धारक इकाई कांग्रेस कार्यसमिति (सीडब्ल्यूसी) को जी-23 की मांग पर जल्द ही बुलाया जाएगा.
 
सुरजेवाला की माने तो कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कुछ दिन पहले ही संकेत दिया था कि सीडब्ल्यूसी की बैठक जल्द बुलाई जाएगी.
 
गौरतलब है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने पिछले दिनों पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि पार्टी से जुड़े मामलों पर चर्चा के लिए सीडब्ल्यूसी की तत्काल बैठक बुलाई जाए. हालांकि मीडिया से बातचीत के दौरान पार्टी के एक अन्य वरिष्ठ नेता कपिल सिब्बल ने भी सीडब्ल्यूसी बुलाने की मांग की थी.
 
सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा में पूर्व सांसद आजाद और सिब्बल दोनों उन 23 प्रमुख नेताओं के समूह (ग्रुप 23) में शामिल हैं, जिन्होंने पिछले साल कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में संगठन चुनाव करवाने की मांग की थी. फिलहाल इस समूह के एक नेता जितिन प्रसाद अब कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो चुके हैं.
 
सिब्बल ने कहा था कि जो लोग पार्टी के फैसलों से सहमत नहीं है वो अगर सीडब्ल्यूसी बैठक होती है तो पार्टी के उचित मंच पर अपनी बात रख सकते हैं. जो लोग पार्टी छोड़कर जा रहे हैं, वो क्यों जा रहे हैं इसकी चर्चा बैठक में की जा सकती है। जिसमें समाधान निकलने की पूरी उम्मीद है. ऐसे में सुरजेवाला का ये बयान कि जल्द ही बैठक आयोजित होगा, जी-23 के नेताओं के लिए राहत भरी खबर है, साथ ही पंजाब, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में उठ रहे राजनीतिक विवाद पर चर्चा करने का एक मौका भी.