Chief Minister Khandu pays tribute to martyred policemen on Police Commemoration Day
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू ने अपना कर्तव्य निभाते हुए देश के लिए सर्वोच्च बलिदान देने वाले बहादुर पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी।
खांडू ने 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "पुलिस स्मृति दिवस पर हम अपनी पुलिस बल के उन बहादुर पुरुषों और महिलाओं को हृदय से श्रद्धांजलि देते हैं, जिन्होंने राष्ट्र की सेवा में अपना जीवन न्योछावर कर दिया। उनका साहस, अनुशासन और कर्तव्य के प्रति समर्पण सार्वजनिक सेवा के उच्चतम आदर्शों को दर्शाता है।"
मुख्यमंत्री ने शहीद पुलिसकर्मियों के परिवारों के प्रति भी अपना गहरा आभार व्यक्त किया और उनके मौन किंतु अपार योगदान को स्वीकार किया।
उन्होंने कहा, "हम उनके परिवारों को भी सलाम करते हैं जिनकी ताकत और बलिदान उनके शौर्य के अदृश्य स्तंभ हैं।"
खांडू ने पुलिस अवसंरचना को मजबूत करने तथा कर्मियों और उनके परिवारों के लिए कल्याणकारी उपायों और सरकार के निरंतर समर्थन का भरोसा दिया।
राज्य के गृह मंत्री मामा नटुंग ने भी शहीद पुलिसकर्मियों को श्रद्धांजलि दी और कहा कि राज्य सरकार पुलिस अवसंरचना को मजबूत करने तथा कानून लागू करने वालों और उनके परिवारों के कल्याण का समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है।
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बदलती सुरक्षा चुनौतियों का सामना करने के लिए बल को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की दिशा में काम करना जारी रखेगी।
इस अवसर पर पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) आनंद मोहन ने भी सार्वजनिक सुरक्षा और कल्याण के लिए विभाग की प्रतिबद्धता को दोहराया।
डीजीपी ने कहा, "हमारे शहीद साथियों का बलिदान हमें ईमानदारी, साहस और संवेदनशीलता के साथ सेवा करने के लिए लगातार प्रेरित करता है। हम यह सुनिश्चित करने के लिए समर्पित हैं कि उनकी विरासत हमारे काम के माध्यम से जीवित रहे।"
पुलिस स्मृति दिवस हर साल 21 अक्टूबर को कर्तव्य निर्वहन के दौरान शहीद हुए पुलिसकर्मियों की स्मृति में मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत 1959 में हुई थी, जब देश की सीमाओं की रक्षा करते हुए लद्दाख के हॉट स्प्रिंग्स में दस भारतीय पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।
तब से यह दिन भारत के पुलिस बलों की अटूट प्रतिबद्धता, साहस और बलिदान की याद दिलाता है, जो देश भर में नागरिकों के जीवन और स्वतंत्रता की रक्षा करते हैं।
इस दिन पूरे राज्य में समारोह आयोजित किए गए। पुलिस मुख्यालय में शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई।